Parivartini Ekadashi ज्योतिष न्यूज़ : हिंदू धर्म में कई सारे व्रत त्योहार पड़ते हैं और सभी का अपना महत्व होता है लेकिन एकादशी को बेहद ही खास माना गया है जो कि हर माह के दोनों पक्षों में पड़ती है ऐसे साल में कुल 24 एकादशी मनाई जाती है इस दौरान भगवान विष्णु की पूजा का विधान होता है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार एकादशी की तिथि जगत के पालनहार भगवान विष्णु की प्रिय तिथियों में शामिल है और इस दौरान पूजा पाठ व व्रत करना लाभकारी माना जाता है मान्यता है कि एकादशी के दिन पूजा पाठ करने से दुख परेशानियां और संकट दूर हो जाता है
पंचांग के अनुसार अभी भाद्रपद माह चल रहा है और इस माह पड़ने वाली एकादशी को परिवर्तिनी एकादशी के नाम से जाना जा रहा है जो कि इस बार 14 सितंबर दिन शनिवार यानी आज मनाया जा रहा है इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा अगर शुभ मुहूर्त में की जाए तो पूजा सफल होती है और इसका पूर्ण फल भी प्राप्त होता है तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा परिवर्तिनी एकादशी की पूजा का मुहूर्त बता रहे हैं।
परिवर्तिनी एकादशी का मुहूर्त—
हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि शनिवार 13 सितंबर को रात 10 बजकर 30 मिनट पर आरंभ हो चुकी है और इस तिथि का समापन अगले दिन यानी की रविवार 14 सितंबर को रात 8 बजकर 41 मिनट पर हो जाएगा। वही इस बार परिवर्तिनी एकादशी का व्रत 14 सितंबर दिन शनिवार यानी आज करना शुभ रहेगा।
इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा सुबह के समय करना लाभकारी होगा। एकादशी व्रत का पारण अगले दिन द्वादशी में किया जाएगा। ऐसे में 15 सितंबर को परिवर्तनी एकादशी व्रत का पारण सुबह 6 बजकर 6 मिनट से लेकर 8 बजकर 34 मिनट तक करना शुभ रहेगा।