कुंभ राशि में मौजूद गुरु बृहस्पति से इस तरह चमका सकते हैं किस्मत, इन उपायो से मिलेगा आशीर्वाद

देवताओं के गुरु बृहस्पति सबसे लाभकारी ग्रह है।

Update: 2021-04-28 14:10 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क:   वैदिक ज्योतिष के अनुसार, देवताओं के गुरु बृहस्पति सबसे लाभकारी ग्रह है। बृहस्पति ग्रह को सफलता, सौभाग्य, करियर, भाग्य, उपलब्धि और समृद्धि का कारक माना जाता है। पांच अप्रैल को बृहस्पति ग्रह ने कुंभ राशि में गोचर किया था, जो अब सितंबर 2022 तक इस राशि में रहेंगे और इसके बाद मीन राशि में गोचर करेंगे। सभी ग्रहों में बृहस्पति सबसे बड़ा ग्रह है और यह एक राशि में गोचर होने के लिए 13 महीने का वक्त लगाते हैं। अगर कुंडली में गुरु की स्थिति सही नहीं है या फिर गुरु दोष बन रहा है तो इससे व्यक्ति को तमाम तरह की परेशानियों के साथ-साथ आर्थिक समस्या का सामना करना पड़ता है। अगर आप भी इस तरह की समस्याओं से परेशान हैं तो ज्योतिषशास्त्र के इन उपायों से अपने भाग्य को चमका सकते हैं और जीवन में उन्नति भी आती है।

भाग्य का मिलता है साथ
गुरु ग्रह की अशुभता को दूर करने के लिए केसर का उपाय उत्तम माना गया है। बृहस्पति ग्रह की स्थिति को अनुकूल बनाने के लिए हर रोज केसर का तिलक लगाना चाहिए। इसके लिए आप केसर के रेशे पर पानी की बूंद डालें, ऐसा करने से केसर अपना रंग छोड़ने लगता है। फिर उसको अनामिका उंगली से तिलक लगाएं। ऐसा करने से गुरु ग्रह शुभ फल देना शुरू कर देते हैं और भाग्य का साथ मिलने से हर काम में तेजी आती है।
करियर में तरक्की के बनते हैं योग

कुंडली में गुरु की स्थिति शुभ नहीं है तो गुरुवार के दिन नहाने के पानी चुटकी भर हल्दी डाल लें और फिर स्नान करें। इसके साथ ओम ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरवे नम: मंत्र का जप नहाते वक्त करते रहें। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, प्रत्येक गुरुवार ऐसा करने से कुंडली में बृहस्पति की स्थिति शुभ होती है। इससे करियर में तरक्की के योग बनते हैं।
गुरु की स्थिति होती है मजबूत
गुरु का प्रभाव शुभ करने के लिए गुरुवार के दिन ब्रह्ममुहूर्त में उठकर स्नान आदि करके भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करें। इसके साथ ही विष्णु सहस्त्रनाम या सतनाम स्त्रोत का पाठ करना चाहिए। ऐसा करने से आर्थिक तंगी दूर होती है और भगवान विष्णु का भी आशीर्वाद मिलता है। यह भी ध्यान रखें कि गुरुवार के दिन किसी से भी धन का लेन-देन न करें, ऐसा करने से भी गुरु की स्थिति खराब होती है।
धन प्राप्ति के बनते हैं मार्ग
गुरु बृहस्पति की शुभता के लिए केले की वृक्ष की जड़ भी धारण कर सकते हैं। नौकरी-कारोबार या विवाह संबंधी दिक्कतें आ रही हैं तो यह उपाय काफी कारगर माना गया है। जड़ को महिलाएं दाएं और पुरुष बाएं हाथ में धारण कर सकते हैं। ऐसा करने से कुंडली में गुरु की स्थिति शुभ होती है और धन प्राप्ति के नए मार्ग भी खुलते हैं।
गुरु देने लगते हैं शुभ फल
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, कुंडली में गुरु की स्थिति मजबूत बनाने के लिए पुखराज रत्न भी धारण कर सकते हैं लेकिन इसके लिए आपको ज्योतिषीय सलाह की आवश्यकता पड़ सकती है। पुखराज पहनने से गुरु प्रसन्न होते हैं और मान-सम्मान, पारिवारिक संपत्ति में वृद्धि और सुख-शांति का आशीर्वाद देते हैं। साथ ही इससे व्यापारिक समस्याएं भी खत्म होती हैं।
गुरु दोष से मिलती है मुक्ति
कुंडली में गुरु की स्थिति मजबूत बनाने के लिए गुरु, माता-पिता और भाई-बहन और घर के वरिष्ठ लोगों का सम्मान करना चाहिए। इसके साथ ही गरीब व जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए हमेशा आगे आना चाहिए। ऐसा करने से भी कुंडली में गुरु की स्थिति मजबूत होती है और गुरु दोष से भी मुक्ति मिलती है। शिक्षा व करियर की बाधाओं से मुक्ति मिलती है और उत्तम करियर के लिए दिशा में आगे बढ़ते हैं।


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