चैत्र नवरात्रि पर ग्रहों की स्थिति से इन राशि वालों को होगा लाभ

हिंदू धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व होता है। ज्योतिष के अनुसार, चैत्र नवरात्रि से ही हिंदू पंचांग का नया साल संवत (हिंदू वर्ष 2079) शुरू होता है। नवरात्रि के नौ दिन मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है।

Update: 2022-03-11 02:52 GMT

हिंदू धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व होता है। ज्योतिष के अनुसार, चैत्र नवरात्रि से ही हिंदू पंचांग का नया साल संवत (हिंदू वर्ष 2079) शुरू होता है। नवरात्रि के नौ दिन मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, इस साल चैत्र नवरात्रि पर ग्रहों की विशेष युति कई राशि वालों के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है। जानें नवरात्रि के दौरान किन ग्रहों की युति से किन राशियों से जुड़े जातक रहें सावधान-

हिंदू पंचांग के जानकारों का कहना है कि चैत्र नवरात्रि में शनि और मंगल का मकर राशि में गोचर रहेगा। शनि और मंगल दोनों ही शत्रु ग्रह है इसलिए यह युति जीवन में बहुत ही नकारात्मक प्रभाव लेकर आ सकती है। कर्क, कन्या और धनु राशि वालों को शनि व मंगल की युति के दौरान सतर्क रहने की जरूरत है। जबकि मेष, मकर और कुंभ समेत अन्य राशि वालों को शुभ फलों की प्राप्ति होगी। साहस व पराक्रम में वृद्धि होगी।

देवगुरु बृहस्पति इस दौरान शुक्र के साथ कुंभ राशि में रहेंगे। इसके अलावा मीन राशि में सूर्य, बुध के साथ मेष राशि में चंद्रमा, वृषभ राशि में राहु, वृश्चिक में केतु रहेंगे। ग्रहों की ये स्थिति भी लाभकारी रहेगी।

चैत्र नवरात्रि में देवी के इन 9 रूपों की पूजा-अर्चना की जाती है। जानें नवरात्रि के नौ दिन माता रानी के किन स्वरूपों की करें पूजा-

प्रथम - शैलपुत्री

द्वितीया - ब्रह्मचारिणी

तृतीया - चंद्रघंटा

चतुर्थी - कुष्मांडा

पंचमी - स्कंद माता

षष्ठी - कात्यायनी

सप्तमी-कालरात्रि

अष्टमी - महागौरी

नवमी - सिद्धिदात्री।


Tags:    

Similar News

-->