वास्तुशास्त्र हर किसी के जीवन में महत्वपूर्ण होता है और यह दिशाओं पर आधारित माना जाता है। मान्यता है कि वास्तुविज्ञान में कई ऐसे उपाय और नियम बताए गए हैं जिनका अगर सही तरीके से पालन किया जाए तो व्यक्ति को सकारात्मकता परिणाम मिलते हैं।
लेकिन इनकी अनदेखी परेशानियों व दुखों का कारण बनती है। साथ ही साथ ये व्यक्ति को मानसिक तनाव भी देते हैं। तो आज हम आपको वास्तु अनुसार मानसिक तनाव को कम करने के कुछ आसान से उपाय बता रहे हैं तो आइए जानते है।
तनाव को कम करने के उपाय—
वास्तु अनुसार घर के मुखिया को हमेशा ही दक्षिण पश्चिम दिशा में बने कमरे में ही सोना चाहिए। ऐसा करने से मानसिक तनाव में कमी आती है लेकिन अगर इसकी अनदेखी की जाए तो तनाव में वृद्धि होती है। इसके अलावा सोते वक्त पश्चिम दिशा में पैर और उत्तर दिशा में सिर नहीं होना चाहिए इससे भी तनाव बढ़ जाता है सोते वक्त दक्षिण पूर्व दिशा में सिर होना अच्छा माना जाता है।
अगर आपके घर में आए दिन क्लेश होता रहता है तो ऐसे में आप अपने घर से टूटी फूटी व बेकार पड़ी चीजों को तुरंत बाहर कर दें इसके अलावा रसोई में अगर टूटे बर्तनों का इस्तेमाल करते हैं तो उसे भी बंद कर देते मान्यता है कि ये चीजें मानसिक तनाव और गृहक्लेश पैदा करती है इससे बचना जरूरी है। वास्तु अनुसार दर्पण को कभी भी दक्षिण या पश्चिम दिशा में नहीं लगाना चाहिए इससे तनाव बढ़ता है और नकारात्मकता भी घर में वास करती है इसके अलावा कभी भी घर में दो आईने आमने सामने नहीं लगाने चाहिए ऐसा करने से भी नकारात्मकता का संचार होता है।