हर किसी की हथेली पर कई तरह की रेखाएं, निशान और आकृतियां बनी होती हैं जिनका व्यक्ति के जीवन और हस्तरेखा शास्त्र में विशेष महत्व होता हैं हथेली पर बनने वाली ये रेखाएं व्यक्ति के भविष्य से जुड़ी जानकारी प्रदान करती हैं।हस्तरेखा शास्त्र की मानें तो हथेली पर कई तरह की शुभ अशुभ रेखाएं बनी होती हैं शुभ रेखाएं जहां जातक के जीवन में सुख समृद्धि और सफलता का संकेत प्रदान करती हैं तो वही अशुभ रेखाएं दुख परेशानियों की ओर इशारा करती हैं हथेली पर कई रेखाएं ऐसी भी होती हैं जो संतान सुख का संकेत प्रदान करती हैं तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा इसी रेखा के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान कर रहे हैं तो आइए जानते हैं।
संतान रेखा—
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार अगर हथेली पर सबसे छोटी उंगली के नीचे बने बुध पर्वत पर संतान रेखांए बनी होती हैं यहां पर जितनी रेखाएं होती हैं उतनी संतान का सुख जातक को जीवन में प्राप्त होता हैं। अगर किसी जातक की हथेली पर शुक्र पर्वत उभार के साथ हो तो ऐसे लोगों की एक संतान होती हैं लेकिन अगर बुध पर्वत में भी अच्छा उभार बना हुआ है तो जातक को एक से अधिक संतान सुख की प्राप्ति हो सकती हैं
वही अगर किसी जातक की हथेली पर बुध पर्वत के आस पास कोई द्वीप का चिह्न बना होता हैं तो ऐसे लोगों को अपने जीवन में संतान सुख को हासिल करने में परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं। हस्तरेखा शास्त्र की मानें तो अगर हथेली पर बुना बुध और शुक्र पर्वत साफ व स्पष्ट हैं तो उतनी संख्या में जातक को पुत्र की प्राप्ति होती हैं इसके अलावा हथेली पर हल्की रेखाएं होने से जातक को पुत्री का सुख मिलता हैं।