इन गलतियों से नवरात्र के उपवास में भी बढ़ सकता है वजन

नौ दिन तक चलने वाले नवरात्र उत्सव में कई लोग हर दिन नवरात्र का व्रत करते हैं। नवरात्र में व्रत रखकर हम अपनी बॉडी को डिटॉक्स तो कर ही सकते हैं। वजन घटाकर इसे टोनअप भी कर सकते हैं

Update: 2022-10-01 05:42 GMT

नौ दिन तक चलने वाले नवरात्र उत्सव में कई लोग हर दिन नवरात्र का व्रत करते हैं। नवरात्र में व्रत रखकर हम अपनी बॉडी को डिटॉक्स तो कर ही सकते हैं। वजन घटाकर इसे टोनअप भी कर सकते हैं लेकिन कई लोग व्रत में वजन घटाने की जगह बढ़ा लेते हैं। वास्तव में वजन तभी बढ़ता है, जब पहले से डाइट को प्लान न किया जाए और व्रत के दिनों में अन्य दिनों की तुलना में ज्यादा खाया जाए। मसलन कुछ लोग व्रत के दिनों में नए-नए प्रकार के व्यंजन खाना पसंद करते हैं, जो ज्यादा घी और तेल में बने होते हैं।

जिन्हें फल और सब्जियां खाना ज्यादा पसंद नहीं होता, वे व्रत के दौरान आलू और सिंघाड़े या कुट्टू के आटे के व्यंजन ज्यादा खाते हैं। साथ ही दिन में कम पानी पीने से कारण भी वजन बढ़ता है। व्रत रखने के दौरान पूरा दिन कुछ न खाना और रात के समय एक ही बार में ज्यादा खाना खाने से भी वजन बढ़ता है। अगर आप भी यही सब गलती करते हैं, तो इसमें सुधार करें और सही तरह से डाइट प्लान बनाएं।

ज्यादा सब्जियां खाएं

खीरा, ककड़ी, टमाटर व्रत में इन्हें आराम से खाया जा सकता है। इससे वजन भी नहीं बढ़ता और पेट जल्दी भरने से सेहत भी ठीक रहती है। सब्जियों के सलाद के अलावा इनका सूप भी बनाकर लिया जा सकता है।

थोड़ा-थोड़ा खाएं

वे लोग जो नवरात्रि में आठ या नौ दिन व्रत रखते हैं, उन्हें दिन में सिर्फ एक ही बार खाने की बजाय कई बार मगर थोड़ा-थोड़ा खाना चाहिए। इससे मेटाबॉलिज्म भी सक्रिय रहता है और ब्लड में ग्लूकोज का संतुलन भी बना रहता है। इस तरह से हम पूरा दिन एक्टिव रह सकते हैं।

लिक्विड्स ज्यादा लें

निर्जला व्रत न रखें और न ही सिर्फ फल खाकर रहें। बार-बार पानी पीने से भूख कम लगती है। व्रत में कमजोरी महसूस होने पर पानी शरीर में ऊर्जा देता है। सादे पानी के साथ-साथ सब्जियों, फलों का जूस, नारियल पानी, नींबू पानी से प्यास कम लगती है। अगर बार-बार प्यास लगती है तो समझें कि शरीर में पानी की कमी है। दिन में 8 से 10 ग्लास पानी पी सकते हैं।

एक्टिव रहें

व्रत रहने का मतलब निष्किय रहना नहीं है। कई लोग ऐसा ही करते हैं। इससे भी वजन बढ़ता है। इन दिनों सजग और संतुलित भोजन से शरीर में ताकत भी बनी रहती है और पूरे दिन एक्टिव रहने के लिए शरीर में ऊर्जा का स्तर भी बना रहता है।

लो फैट फूड लें

व्रत में घी में चीज़ें बनाने की जगह ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल करें। फुलक्रीम की जगह लो फैट दूध का यूज करें। इनमें भी प्रोटीन, एमिनो एसिड और मिनरल्स होते हैं। आलू की सब्जी या जो भी डिश बनाएं उसे कम तेल या घी के साथ बनाएं। कुट्टू और सिंघाड़े की पूरी बनाने के बजाय रोटी बनाएं। आलू की जगह शकरकंद खाना ज्यादा बेहतर ऑप्शन है।


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