ये आदतें बनती हैं दुर्भाग्‍य का कारण, झेलना पड़ सकता है Shani-Rahu का प्रकोप

रोजमर्रा की जिंदगी से जुड़ी कुछ बुरी आदतों कुंडली के ग्रह दोषों को बढ़ाती हैं. इससे व्‍यक्ति को बेवजह ही समस्‍याओं का सामना करना पड़ता है. लिहाजा चलने, सोने-जागने, साफ-सफाई से जुड़ी आदतों पर ध्‍यान दें.

Update: 2021-07-26 06:28 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कुंडली (Kundali) के ग्रह (Planets) हमारे जीवन पर असर डालते हैं लेकिन हमारी आदतें (Habits) भी जिंदगी पर उतना ही असर डालती हैं. यहां तक की हमारी आदतें ग्रहों के शुभ-अशुभ असर को कम या ज्‍यादा कर सकती हैं. इसलिए ज्योतिष शास्त्र (Jyotish Shastra), समुद्र शास्‍त्र (Samudra Shastra) आदि में अच्‍छी आदतें अपनाने के लिए कहा गया है. आज हम जानते हैं कि कैसे चलने का गलत तरीका राहू-शनि जैसे ग्रहों से नकारात्‍मक फल दिलाता है. इसके अलावा भी कई ऐसी आदतें हैं जिनके कारण व्‍यक्ति को ग्रहों का अशुभ असर झेलना पड़ता है. लिहाजा जल्‍द से जल्‍द इन आदतों को सुधारना ही बेहतर है.

ये आदतें बनती हैं दुर्भाग्‍य का कारण
- खाने के बाद थाली या बाकी बर्तन वहीं छोड़ देना शनि और चंद्र को प्रभावित करते हैं. ऐसी आदत वाले लोगों को ज्‍यादा मेहनत करने के बाद भी कम फल मिलता है. वहीं किचन के अस्‍त-व्‍यस्‍त या गंदे रहने से मंगल ग्रह का प्रकोप झेलना पड़ता है.
- गंदा बाथरूम वास्‍तु दोष बढ़ाता है. वहीं जो लोग नहाने के बाद बाथरूम को गंदा छोड़ देते हैं उन्‍हें चंद्र अशुभ असर देता है. लिहाजा हमेशा बाथरूम से निकलने से पहले उसे साफ कर दें.
- पैर घसीटकर चलना व्‍यक्ति की पर्सनालिटी पर तो नकारात्‍मक असर डालता ही है, यह ज्‍योतिष के लिहाज से भी गलत है. ऐसा करने से राहु और शनि से अशुभ फल देते हैं.
- यदि घर के मंदिर की रोज सफाई न की जाए तो यह भी वास्‍तु दोष का कारण बनता है. रोजाना मंदिर की सफाई करने से सभी ग्रह शुभ फल देते हैं.
- बिना कारण के देर रात तक जागने से चंद्र ग्रह अशुभ फल देता है. इसके कारण तनाव या मानसिक समस्‍याएं होती हैं.


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