फरवरी के महीने में पड़ेगे ये व्रत और त्योहार, देखें पूरी लिस्ट

जनवरी का महीना समापन की ओर है. इसके बाद फरवरी शुरू हो जाएगा. हिंदू कैलेंडर के हिसाब से फरवरी के मध्य में माघ का महीना समाप्त होगा और फाल्गुन की शुरुआत हो जाएगी. जानिए इस बीच पड़ने वाले तमाम व्रत और त्योहारों की जानकारी.

Update: 2022-01-22 06:35 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हिंदू धर्म (Hindu Religion) में व्रत और त्योहारों का सिलसिला चलता ही रहता है. फरवरी का महीना इस मामले में बेहद खास है. अंग्रेजी कैलेंडर के हिसाब से फरवरी साल का दूसरा महीना है. लेकिन हिंदू कैलेंडर (Hindu Calendar) में फरवरी में साल के आखिरी दो महीने शामिल हैं. 16 फरवरी को माघ मास समाप्त होगा और इसके बाद फाल्गुन की शुरुआत होगी. इस तरह फाल्गुन का आधा महीना भी फरवरी में ही शामिल रहेगा. माघ और फाल्गुन के महीने (Phalguna Month) में व्रत और त्योहारों की भरमार होती है. कुछ ही दिनों में फरवरी का महीना शुरू होने वाला है, ऐसे में यहां जानिए फरवरी माह में आने वाले व्रत और त्योहारों के बारे में.

फरवरी माह के प्रमुख व्रत और त्योहार की लिस्ट
भौमवती अमावस्या, मौनी अमावस्या – मंगलवार, 1 फरवरी
माघ गुप्त नवरात्रि – बुधवार, 2 फरवरी
चतुर्थी व्रत – शुक्रवार, 4 फरवरी
बसंत पंचमी – शनिवार, 5 फरवरी
रथ सप्तमी, अचला सप्तमी – सोमवार, 7 फरवरी
दुर्गा अष्टमी व्रत, भीष्म अष्टमी – मंगलवार, 8 फरवरी
महानंदा नवमी – बुधवार, 9 फरवरी
रोहिणी व्रत – गुरुवार, 10 फरवरी
जया एकादशी – शनिवार, 12 फरवरी
विश्वकर्मा जयंती, प्रदोष व्रत – सोमवार, 14 फरवरी
माघ पूर्णिमा, गुरु रविदास जयंती, माघ स्नान समाप्त – बुधवार, 16 फरवरी
संकष्टी चतुर्थी – रविवार, ​​20 फरवरी
बुद्ध अष्टमी व्रत, कालाष्टमी – बुधवार, 23 फरवरी
श्री रामदास नवमी – शुक्रवार, 25 फरवरी
स्वामी दयानंद सरस्वती जयंती – शनिवार, 26 फरवरी
विजया एकादशी – रविवार, 27 फरवरी
सोम प्रदोष व्रत – सोमवार, 28 फरवरी
इन त्योहारों का है विशेष महत्व
मौनी अमावस्या : मौनी अमावस्या को शास्त्रों में विशेष मान्यता दी गई है. मान्यता है कि इस नदियों में देवताओं का वास होता है. इस दिन गंगा स्नान और दान का विशेष महत्व है.
बसंत पंचमी : ये दिन मां सरस्वती का प्राकट्य दिवस है. इस दिन माता सरस्वती की विशेष पूजा करने का विधान है.
अचला सप्तमी : माघ मास की शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को अचला सप्तमी और रथ सप्तमी के नाम से जाना जाता है. माना जाता है कि इस दिन नदियों में स्नान और सूर्य को अर्घ्य देने और दान पुण्य करने से व्यक्ति को आयु, आरोग्य और सुख समृद्धि प्राप्त होती है.
माघी पूर्णिमा : माघी पूर्णिमा को लेकर शास्त्रों में कहा गया है कि इस दिन स्वयं भगवान विष्णु गंगा नदी में निवास करते हैं. इस दिन पवित्र नदियों के घाट पर उत्सव जैसा माहौल होता है.
एकादशी : हर माह में दो एकादशी पड़ती हैं. सभी एकादशी भगवान विष्णु को समर्पित हैं. एकादशी को श्रेष्ठ व्रतों में से एक माना गया है. फरवरी के महीने में जया एकादशी और विजया एकादशी पड़ेंगी.
प्रदोष : हर महीने की त्रयोदशी ​तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है. ये व्रत भगवान शिव को समर्पित है और हर मनोकामना को पूर्ण करने वाला माना गया है.


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