हर कोई चाहता है कि उसके घर में हमेशा शांति बनी रहे और सुख-समृद्धि का वास हो। इसके लिए व्यक्ति कई जतन करता हैं और हर संभव प्रयास करता है। इसके लिए सबसे ज्यादा जरूरी हैं घर में सकारात्मकता का उपस्थित होना। वास्तु में इसके लिए उपाय बताए गए हैं जिनकी मदद से वास्तुदोष को दूर कर जीवन में सकारात्मकता लाइ जा सकती हैं। आज इस कड़ी में हम आपके लिए कुछ ऐसे प्रतीक चिन्हों की जानकारी लेकर आए हैं जो पॉजिटिविटी लाते हैं और घर-परिवार में खुशियों भरा माहौल बना रहता है। तो आइए जानते हैं वास्तु के इन शुभ प्रतीक के बारे में।
मंगल कलश
मंगल कलश की घर पर स्थापना करने से सुख-समृद्धि और सौभाग्य मिलता है। इसके लिए मिट्टी के बर्तन में जल भरकर, आम या अशोक के पत्ते रखें जाते हैं। इसके साथ ही कलश को मौली बांधकर इसकी पूजा की जाती है। इस मंगल कलश से सुख- समृद्धि, सेहत, व्यापार में तरक्की के रास्ते खुलते हैं। वास्तु के अनुसार नए घर में जाने परक इसकी स्थापना करनी चाहिए।
स्वास्तिक
भगवान गणेश जी का यह पवित्र प्रतीक को लोग प्राचीन काल से ही अपने घरों पर बनाते आ रहें हैं। इसे घर के मेन गेट के दोनों साइड पर कुमकुम और हल्दी मिक्स कर बनाने से वास्तुदोष दूर होता है। आप चाहें तो घर के मुख्य द्वार पर स्वास्तिक पिरामिड भी रख सकते हैं। यह गुड़ लक लेकर आता है। इसके साथ ही घर-परिवार पॉजीटिव एनर्जी का संचार होता है। इसके अलावा कारोबार में तरक्की पाने के लिए तिजोरी पर स्वास्तिक चिन्ह बनाना चाहिए।
पंचसूलक
पंचसूलक यानी हाथों से लगाई गई छाप। ये मुख्य रूप से भूमि, आकाश, हवा, पानी, अग्नि आदि पांच तत्वों के मेल बनते हैं। जैन धर्म में भी इसे शुभता का प्रतीक माना जाता है। इसके साथ ही हिन्दू धर्म में नए घर के प्रवेश, शादी आदि शुभ मौके पर हल्दी को हथेली पर लगा कर घर की मुख्य दीवार पर छाप लगाई जाती है। मान्यता है कि ऐसा करने से यह घर पर सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है। घर में सुख-शांति और खुशहाली भरा माहौल बना रहता है।
ॐ
वास्तुशास्त्र में ॐ को बहुत महत्व दिया जाता है। इसे सृष्टि को बनाने वाले ब्रह्मा जी का प्रतीक माना जाता है। मान्यता है कि इस पवित्र शब्द को बोलने से मानसिक व शारीरिक दोनों तरफ से शांति मिलती है। यह एक औषधि के रूप में काम करता है। ऐसे में इसके प्रतीक को घर पर जरूर लगाना चाहिए।
मीन
घर में मछली को जोड़े में रखने परिवार के सदस्यों में प्यार बढ़ता है। घर की उत्तर दिशा में मछली का प्रतीक या एक्वेरियम रखने से धन संबंधी परेशानियां दूर होती हैं। इसके साथ ही कही बाहर जाने से पहले इसे देखने से काम जल्दी पूरा होने के चांसिस होते हैं। इनमें से कोई मछली मर जाने पर समझ जाए कि आप पर आने वाला कोई टल गया है। यह घर की नेगेटिव एनर्जी को दूर करती है। इसके अलावा मरी हुई मछली की जगह एक्वेरियम में नई मीन लाकर रख दें।