ये 10 वस्तुएं लाएंगे भरपूर पैसे
घ्नहर्ता गणेशजी की प्रतिमा को घर के ईशान कोण में रखने से वास्तुदोष दूर होता है। इससे सुख-शांति और धन-समृद्धि में आ र
घर में यूं तो कई मांगलिक वस्तुएं रखी जाती हैं जिनसे घर का वास्तुदोष दूर होकर सुख-शांति और धन-समृद्धि बनी रहती है। उन्हीं कई वस्तुओं में से जानिए मात्र 10 वस्तुओं की बारे में संक्षिप्त जानकारी।
1. बांसुरी : बांसुरी से जहां वास्तुदोष दूर होता है। वहीं, दरिद्रता दूर होकर धन-समृद्धि बढ़ती है। बांसुरी को घर की पूर्व, ईशान या उत्तर दिशा में रखना चाहिए। बांसुरी बांस या चांदी की होना चाहिए।
2. शंख : जिस घर में शंख होता है वहां लक्ष्मी का वास होता है। शंख सूर्य व चंद्र के समान देवस्वरूप है जिसके मध्य में वरुण, पृष्ठ में ब्रह्मा तथा अग्र में गंगा और सरस्वती नदियों का वास है। इसे घर में रखने से धन की कमी नहीं होती है।
3. लक्ष्मी-कुबेरे की मूर्ति : माता लक्ष्मी जहां धन की देवी हैं। वहीं, यक्षराज कुबेरदेव देव खजानों के रक्षक और धन के देवता हैं। दोनों की ही मूर्ति घर में रखने से सुख-शांति और धन-समृद्धि आती है।
4. गणेश प्रतिमा : विघ्नहर्ता गणेशजी की प्रतिमा को घर के ईशान कोण में रखने से वास्तुदोष दूर होता है। इससे सुख-शांति और धन-समृद्धि में आ रही बाधाएं दूर होती हैं।
5. एकाक्षी नारियल : नारियल श्रीफल कहा जाता है। 'श्री' अर्थात् लक्ष्मी, 'एकाक्षी नारियल' को साक्षात् लक्ष्मी का रूप माना गया है। एकाक्षी नारियल जिसके भी पास होता है उस पर लक्ष्मीजी की कृपा सदैव बनी रहती है। उसे जीवन में कभी आर्थिक संकटों का सामना नहीं करना पड़ता।
6. लक्ष्मी की प्रतीक कौड़ियां : पीली कौड़ी को देवी लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। कुछ सफेद कौड़ियों को केसर या हल्दी के घोल में भिगोकर उसे लाल कपड़े में बांधकर घर में स्थित तिजोरी में रखें। दो कौड़ियों को खुद की जेब में भी हमेशा रखें इससे धन लाभ होगा।
7. हाथी : विष्णु तथा लक्ष्मी को हाथी प्रिय रहा है। शक्ति, समृद्धि और सत्ता के प्रतीक हाथी को भगवान गणेश का रूप माना जाता है। घर में ठोस चांदी का हाथी रखने से राहू शांत रहता है और घरन में सुख शांति के साथ धन समृद्धि बनी रहती है।
8. मंगल कलश : कलश को सुख और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इसे ईशान कोण में अष्टदल कमल बनाकर स्थापित किया जाता है। इसमें जलभरकर उसमें तांबे का सिक्का डालकर फिर आम के पत्ते डालकर उसके मुख पर नारियल रखा जाता है। कलश पर रोली, स्वस्तिक का चिह्न बनाकर, उसके गले पर मौली (नाड़ा) बांधी जाती है।
9. वंदनवार : आम या पीपल के नए कोमल पत्तों की माला को वंदनवार कहा जाता है। इसे द्वार पर बांधा जाता है। वंदनवार इस बात का प्रतीक है कि देवगण इन पत्तों की भीनी भीनी सुगंध से आकर्षित होकर घर में प्रवेश करते हैं। वंदनवार बंधी रखने से घर परिवार में एकता व शांती के साथ ही सुख और समृद्धि बनी रहती है।
10. खड़ी हल्दी : खड़ी हल्दी बृहस्पति ग्रह को शुभता प्रदान करती है। हल्दी की गांठ पर मौली लपेट कर पूजा स्थल या तिजोरी में रखने से श्रीहरि विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती ह