शनि की साढ़े साती का दूसरा चरण कुंभ राशि पर शुरू होने जा रहा, जानिए प्रभाव
शनि गोचर का सबसे ज्यादा प्रभाव कुंभ राशि वालों पर ही पड़ेगा। इसके अलावा मकर, मीन, कर्क और वृश्चिक राशियां भी प्रभावित होंगी। जानिए शनि राशि परिवर्तन का प्रभाव-
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। वैदिक ज्योतिष में ग्रह के राशि परिवर्तन का अधिक महत्व है। ग्रह राशि परिवर्तन का सभी 12 राशियों पर प्रभाव पड़ता है। शनि देव इस साल अप्रैल में राशि परिवर्तन करेंगे। शनि 29 अप्रैल को अपनी स्वराशि कुंभ में गोचर करेंगे। शनि गोचर का सबसे ज्यादा प्रभाव कुंभ राशि वालों पर ही पड़ेगा। इसके अलावा मकर, मीन, कर्क और वृश्चिक राशियां भी प्रभावित होंगी। जानिए शनि राशि परिवर्तन का प्रभाव-
कुंभ राशि वालों पर शनि साढ़े साती का दूसरा चरण-
शनि के कुंभ राशि में गोचर करते ही कुंभ राशि वालों पर शनि की साढ़े साती का दूसरा चरण शुरू हो जाएगा। ज्योतिष शास्त्र में शनि की साढ़े साती के दूसरे चरण को सबसे ज्यादा कष्टकारी माना जाता है। इस दौरान व्यक्ति को आर्थिक, शारीरिक व मानसिक कष्ट का सामना करना पड़ता है।
बार-बार धन हानि के योग
शनि साढ़े साती के दूसरे चरण में बार-बार धन हानि के योग बनते हैं। इस दौरान किसी करीबी से धोखा मिलने की संभावना रहती है। दुर्घटना में चोट लगने के आसार रहते हैं। नौकरी व व्यापार में मेहनत करनी पड़ सकती है। कुल मिलाकर शनि साढ़े साती का दूसरा चरण कष्टकारी साबित होता है। हालांकि कुंडली में शनि की स्थिति अच्छी होने से कष्ट कुछ कम भी हो सकते हैं।
ये राशियां भी होंगी प्रभावित-
शनि गोचर से मकर राशि वालों पर शनि की साढ़े साती का दूसरा चरण शुरू होगा। जबकि मीन राशि वालों पर शनि की साढ़े साती का पहला चरण शुरू होगा। कर्क और वृश्चिक राशि पर शनि ढैय्या शुरू होगी।