कुंभ राशि पर शनि साढ़े साती का प्रकोप जारी, जानिए इस राशि को कब मिलेगी मुक्ति

Update: 2022-11-04 05:52 GMT

शास्त्रों के अनुसार, शनिदेव को कर्मफल दाता और न्याय के देवता कहा जाता है। शनिदेव व्यक्ति को उनके कर्मों के हिसाब से फल देते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि ग्रह जब राशि परिवर्तन करते हैं, तो उसकी असर हर राशि के जातकों के जीवन पर पड़ता है। इसी आधार पर राशियों में शनि की साढ़े साती और ढैय्या लगती है। इस समय शनि देव मकर राशि में मार्गी हो गए है। बता दें कि शनि सबसे धीमी चाल से चलते हैं। इसी कारण वह एक राशि में करीब ढाई साल तक रहते हैं। इसी के साथ 12 राशियों का पूरा चक्र करने में उन्हें करीब 30 साल लग जाते हैं। जानिए कुंभ राशि में इस समय शनि की क्या स्थिति है।

Shani Sade Sati 2023: नए साल में इन राशियों पर रहेगी शनिदेव की कृपा, मिलेगी साढ़ेसाती और ढैय्या से मुक्ति

ज्योतिष गणना के अनुसार, 23 अक्टूबर 2022 को शनि मकर राशि में मकर राशि में मार्गी हो गए हैं जो 17 जनवरी 2023 को कुंभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे। इस समय शनि के मार्गी होने से धनु, मकर और कुंभ राशि में शनि की साढ़े साती चल रही है। वहीं कर्क और वृश्चिक राशि में शनि की ढैय्या लगी हुआ है। लेकिन कुंभ राशि में सबसे ज्यादा अवधि तक शनि की साढ़े साती रहने वाली है।

कुंभ राशि में शनि की साढ़े साती का चरण

ज्योतिष गणना के आधार पर शनिदेव मकर राशि में 24 अप्रैल 2022 में प्रवेश किया था। ऐसे में कुंभ राशि में साढ़े साती शुरू हो गई गई थी। वहीं इस समय शनि मार्गी स्थिति में है। ऐसे में कुंभ राशि में शनि की साढ़े साती का दूसरा चरण शुरू हो चुका है।

23 अक्टूबर को शनि मार्गी हो गए थे। अब शनि इस साल इसी अवस्था में रहेंगे और 17 जनवरी 2023 को फिर से कुंभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे। ऐसे में कुंभ राशि के जातकों की परेशानियां और भी अधिक बढ़ जाएगी।

कुंभ राशि को कब मिलेगा शनि की साढ़े साती से मुक्ति

ज्योतिष गणना के आधार पर बात की जाए तो कुंभ राशि में शनि साढ़े साती 24 जनवरी 2022 को शुरू हो गई थी जो 3 जून 2027 को समाप्त होगी। ऐसे में अभी कुंभ राशि के जातकों को कई कष्टों का सामना करना पड़ सकता है।


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