सावन का महीना भोलेनाथ को समर्पित, भूलकर भी न पहनें रुद्राक्ष, वरना हो सकता है भयंकर नुकसान
नई दिल्ली: सावन का महीना अपने अंतिम दौर में हैं. यह पूरा महीना ही भगवान भोलेनाथ को समर्पित होता है. इस दौरान भोलेनाथ का जलाभिषेक और रुद्राभिषेक करते हुए शिव मंत्रों का जाप किया जाता है. इसके लिए रुद्राक्ष की माला का इस्तेमाल होता है. रुद्राक्ष भोलेशंकर को काफी पसंद है. हिंदू मान्यताओं के अनुसार, इसे भोलेनाथ का अंश माना जाता है. ऐसी मान्यता है कि भगवान शिव के आंसुओं से रुद्राक्ष की उत्पत्ति हुई थी. करोड़ों भक्त रुद्राक्ष को धारण करते हैं. इससे मन शांत रहता है. कुंडली में अशुभ ग्रहों के प्रभाव को शांत करने के लिए भी रुद्राक्ष की माला महत्वपूर्ण मानी गई है. हालांकि, रुद्राक्ष को धारण करने के भी कई नियम हैं. इसका पालन न करने से विपत्ति आ सकती है. ऐसे में जानते हैं कि किन परस्थितियों में रुद्राक्ष को धारण नहीं करना चाहिए.