हनुमत कृपा पाने का महाउपाय, जानिए बन जाते हैं बिगड़े काम

मंगलवार का दिन हनुमान जी और मंगल देवता की पूजा के लिए समर्पित है. इस दिन संकटमोचक पवनपुत्र हनुमान जी से बल, बुद्धि और विद्या का आशीर्वाद पाने और कुंडली में मंगल को मजबूत बनाने का महाउपाय जानने के लिए जरूर पढ़ें ये लेख.

Update: 2021-09-07 04:05 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। सनातन परंपरा में सप्ताह का हर दिन किसी न किसी देवता या ग्रह से जुड़ा हुआ है. मंगलवार का दिन संकट मोचक श्री हनुमान जी और भूमिपुत्र मंगल देव की साधना-आराधना के लिए जाना जाता है. इस दिन इन हनुमान जी की साधना करने पर जहां जीवन से जुड़ी सभी बाधाएं दूर होती हैं और साधक को बल, बुद्धि और विद्या का आशीर्वाद मिलता है. वहीं ऊर्जा और पराक्रम के कारक माने जाने वाले मंगल ग्रह से जुड़े उपाय और पूजा करने पर व्यक्ति के जीवन में सब मंगल ही मंगल होता है. मंगल देवता के आशीर्वाद से साधक तेज और पराक्रमी होता है और बड़े से बड़ा निर्णय लेने में जरा भी नहीं हिचकिचाता है. आइए जानते हैं कि आखिर मंगलवार के दिन किन उपायों को करने पर सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है.

हनुमत कृपा पाने का उपाय
1  मंगलवार के दिन श्री हनुमान जी की कृपा पाने के लिए किसी भी हनुमान मंदिर में जाकर उन्हें
2  हनुमत कृपा पाने के लिए मंगलवार के दिन किसी भी मंदिर में जाकर उन्हें चोला चढ़ाएं और हनुमान चालीसा का सात बार पाठ करें. हनुमान जी सिंदूर और चमेली के तेल को अर्पित करने      पर शीघ्र ही प्रसन्न होते हैं और मनचाहा वरदान देते हैं.
3  मंगलवार के दिन स्नान-ध्यान के बाद हनुमान जी के सामने शुद्ध घी का दिया जलाकर रुद्राक्ष की माला से 'ॐ हनुमते नमः' मंत्र का जाप करें. श्रद्धा भाव से हनुमान जी के इस मंत्र का जप        करने पर आपकी मनोकामना शीघ्र ही पूरी होगी.
4  हनुमान जी की कृपा पाने के लिए मंगलवार के दिन सुंदरकांड का पाठ करना अत्यंत प्रभावी उपाय है. मान्यता है कि जहां कहीं भी रामायण का पाठ होता है, वहां पर हनुमान जी अवश्य          मौजूद रहते हैं और साधकों पर अपनी कृपा बरसाते हैं.
मंगल की शुभता पाने का उपाय
1  मंगल देवता की कृपा पाने के लिए मंगलवार के दिन लाल रंग के कपड़े पहनें और पूजा में भी लाल रंग के पुष्पों का प्रयोग करें.
2  मंगल की शुभता पाने के लिए तांबे का सिक्का अपनी जेब में रखें.
3  मंगल देव की कृपा पाने के लिए मंगलवार के दिन नीचे दिये गये उनके प्रार्थना मंत्र का पाठ पूजा में अवश्य करें.
धरणीगर्भ सम्भूतं विद्युतकान्ति समप्रभम्।
कुमारं शक्तिहस्तं च मंगलं प्रणमाम्यहम्।।


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