4 राशियों की बदलेगी किस्मत अन्न-धन से भर जाएंगे भंडार जानिए

Update: 2024-06-25 05:34 GMT
ज्योतिष शास्त्र में देवगुरु बृहस्पति को धन, दान और ज्ञान का कारक माना जाता है। कुंडली में गुरु मजबूत रहने पर जातक न केवल बुद्धिमान होता है, बल्कि अपने जीवन में ऊंचा मुकाम हासिल करता है। देवगुरु बृहस्पति की कृपा से जातक को सभी शुभ कार्यों में सिद्धि मिलती है। ज्योतिष भी करियर और कारोबार को नया आयाम देने के लिए कुंडली में गुरु मजबूत करने की सलाह देते हैं। कुंडली में गुरु मजबूत होने पर अविवाहित लड़कियों की शीघ्र शादी हो जाती है। वहीं, नवविवाहित महिलाओं को पुत्र रत्न की प्राप्ति होती है। वर्तमान समय में गुरु वृष राशि में विराजमान हैं। आगामी वर्ष में गुरु राशि परिवर्तन कर मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। इससे राशि चक्र की सभी राशियों पर व्यापक असर देखने को मिल सकता है। इनमें 4 राशि के जातकों को सर्वाधिक लाभ प्राप्त होगा।
गुरु गोचर
ज्योतिषियों की मानें तो वर्तमान समय में देवगुरु बृहस्पति वृषभ राशि में उपस्थित हैं। इस राशि में देवगुरु बृहस्पति 13 मई, 2025 तक रहेंगे। इसके अगले दिन यानी 14 मई को देवगुरु बृहस्पति वृषभ राशि से निकलकर मिथुन राशि में गोचर करेंगे। 14 मई को देवगुरु बृहस्पति देर रात 10 बजकर 36 मिनट पर मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। गुरु के राशि परिवर्तन से वृषभ राशि के जातकों को विशेष लाभ होगा।
वृषभ राशि
गुरु के राशि परिवर्तन से वृषभ राशि के जातकों को सर्वाधिक लाभ प्राप्त होगा। वृषभ राशि के जातकों के धन भाव में गुरु विराजमान होंगे। इस भाव में गुरु के रहने पर करियर और कारोबार में चार चांद लग जाते हैं। जातक को उम्मीद से अधिक धन लाभ होता है।
सिंह राशि
गुरु के राशि परिवर्तन से सिंह राशि के जातकों को भी लाभ प्राप्त होने वाला है। राशि परिवर्तन के दौरान देवगुरु बृहस्पति आय भाव में विराजमान होंगे। इस भाव में गुरु रहने पर सिंह राशि जातकों को धन लाभ हो सकता है। रुका हुआ धन प्राप्त होगा। इस समय में निवेश करने से अधिक लाभ होगा। इस समय में प्रॉपर्टी और शेयर मार्केट में निवेश कर सकते हैं।
कन्या राशि
गुरु के राशि परिवर्तन से सिंह राशि के जातकों को भी लाभ प्राप्त होने वाला है। राशि परिवर्तन के दौरान देवगुरु बृहस्पति आय भाव में विराजमान होंगे। इस भाव में गुरु रहने पर सिंह राशि जातकों को धन लाभ हो सकता है। रुका हुआ धन प्राप्त होगा। इस समय में निवेश करने से अधिक लाभ होगा। इस समय में प्रॉपर्टी और शेयर मार्केट में निवेश कर सकते हैं।
कन्या राशि
गुरु के राशि परिवर्तन से तुला राशि की किस्मत बदल सकती है। मिथुन राशि में गोचर के दौरान गुरु तुला राशि के भाग्य भाव में विराजमान होंगे। इस भाव में गुरु के गोचर करने से जातक को भाग्य का साथ मिलता है। भाग्य का साथ मिलने पर जातक के सभी बिगड़े काम बनने लगते हैं। साथ ही आर्थिक तंगी से निजात मिलेगी।
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