आतंकियों के मददगार पाकिस्तान को FATF से फिर झटका, ग्रे लिस्ट में रहेगा बरकरार

आतंकी फंडिंग की निगरानी के लिए वैश्विक संस्था एफटीएएफ की ओर से आतंकियों के मददगार पाकिस्तान को तगड़ा झटका लगा है।

Update: 2021-10-22 01:08 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आतंकी फंडिंग की निगरानी के लिए वैश्विक संस्था एफटीएएफ (FATF) की ओर से आतंकियों के मददगार पाकिस्तान को तगड़ा झटका लगा है। एफएटीएफ ने पाकिस्तान को अभी भी 'ग्रे लिस्ट' में ही रखा है। एफटीएएफ के अध्यक्ष मार्कस प्लेयर ने कहा कि पाकिस्तान ने 34- सूत्रीय कार्य योजनाओं में से 30 को विस्तार में संबोधित किया है, इस साल जून में मनी लॉन्ड्रिंग पर केंद्रित कार्य योजना को संबोधित किया है।

बता दें कि पाकिस्तान साल 2018 से ही इस एफटीएएफ की ग्रे लिस्ट में बना हुआ है। पाकिस्तान को वैश्विक FATF मानकों को प्रभावी ढंग से लागू करने में विफल रहने और संयुक्त राष्ट्र द्वारा चिन्हित आतंकवादी समूहों के वरिष्ठ नेताओं और कमांडरों की जांच और अभियोजन पर प्रगति की कमी के कारण पाकिस्तान को 'ग्रे सूची' में रखा गया था।
FATF के अध्यक्ष ने कहा था कि पाकिस्तान तब तक ग्रे लिस्ट में रहेगा जब तक कि वह जून 2018 में सहमत मूल कार्य योजना के साथ-साथ वॉचडॉग के क्षेत्रीय साझेदार एशिया पैसिफिक ग्रुप (APG) द्वारा 2019 में सौंपे गए समानांतर कार्य योजना पर सभी मदों को संबोधित नहीं करता।
पाकिस्तान के साथ-साथ तुर्की भी ग्रे लिस्ट में है। एफएटीएफ के अध्यक्ष प्लेयर ने कहा कि तुर्की को अपने एक्शन प्लान पर कार्रवाई दिखानी होगी। इसके अलावा गैर सरकारी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई में भी पारदर्शिता दिखानी होगी। हालांकि, मारीशस और बोत्सवाना एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट से बाहर हो गया है।


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