डायरी निकालकर फटाफट कर लें नोट,ज्येष्ठ मास व्रत-त्योहारों की लिस्ट
तो आइए जानते हैं कौन से हैं
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | ज्येष्ठ मास में जहां गर्मी अपनी तीव्रता पर होती है. वहीं, इस माह में बहुत से महत्वपूर्ण त्योहार भी होते हैं. पति की दीर्घायु और पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने वाला पर्व वट सावित्री भी इसी माह में 19 मई शुक्रवार को अमावस्या के दिन होगा. सब जानते हैं कि सावित्री ने पति धर्म का पालन करते हुए यमराज को प्रसन्न कर अपने पति को उनसे छुड़ाकर जीवित करा लिया था. लोगों के पापों को धोने वाली पतित पावनी मां गंगा नदी का स्वर्ग से आगमन भी ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी को हुआ था. यह पर्व 30 मई मंगलवार को होगा. इसके ठीक अगले दिन यानी 31 मई बुधवार को निर्जला एकादशी का त्योहार होगा.
हमारे ऋषि महर्षियों ने व्रत पर्व की अनोखी परंपरा बनाई है, जिसमें निर्जला एकादशी भी है. यह पर्व ऋषियों ने व्यक्ति के संयम की परीक्षा लेने के लिए बनाया है. जिस तरह आग में तप कर सोना चमकता है. वैसे ही लगता है कि व्यक्ति को उसका इच्छित जीवन देने के लिए ही तप जैसे व्रत बनाए गए हैं, जिनमें निर्जला एकादशी भी है. इस दिन सूर्योदय से सूर्यास्त तक जल भी नहीं ग्रहण किया जाता है. मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु की आराधना करने के बाद विधिपूर्वक जल कलश दान करने से वर्ष भर की एकादशियों का पुण्य प्राप्त होता है.
- 6 मई, शनिवार- ज्येष्ठ मास कृष्ण पक्ष प्रारंभ
- 7 मई, रविवार- देवर्षि नारद जयंती
- 9 मई, मंगलवार- अंगारकी चतुर्थी
- 12 मई, शुक्रवार- शीतलाष्टी
- 15 मई, सोमवार- अचला एकादशी
- 17 मई, बुधवार- प्रदोष व्रत
- 19 मई, शुक्रवार- वट सावित्री व्रत, शनि जयंती
- 20 मई, शनिवार- ज्येष्ठ मास शुक्लपक्ष प्रारंभ, करवीर व्रत
- 22 मई, सोमवार- पार्वती पूजा
- 23 मई, मंगलवार- वैनायकी गणेश चतुर्थी
- 24 मई, बुधवार- श्रुति पंचमी