हर किसी की चाहत होती हैं कि जमीन या प्लॉट लेकर उसपर मकान बनाया जाए और अपने सुखी घर का सपना पूरा किया जाए। लेकिन इसके लिए सबसे ज्यादा जरूरी हैं कि भूमि के चयन के दौरान वास्तु का ध्यान रखा जाए अन्यथा आपको कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता हैं। इसलिए आज हम आपके लिए भूमि चयन के दौरान वास्तु से जुड़ी बातों की जानकारी लेकर आए हैं जिनका ख्याल रख आप सही जगह का चुनाव कर सकेंगी। तो आइये जानते हैं इनके बारे में।
- प्लॉट पर जहां घर का मुख्य द्वार बनाना हो उसके सामने कोई बिजली का खम्भा,बड़ा पेड़ या गड्ढा के सामने, नहीं होना चाहिए ऐसा होना कष्टकारक माना गया है।
- दो बड़े मकानों के बीच में एक छोटा मकान हो, तो छोटा मकान रहने वालों के लिए हानिकारक होता है।इसी प्रकार मकान के आसपास मंदिर, मस्जिद, मीनार या नाला शुभ नहीं है।
- भूखंड की खुदाई में कपाल,बाल,हड्डी,कोयला,कपडा,जली लकड़ी,चींटियां,सर्प,कौड़ी,रुई अथवा लोहा मिले तो अनिष्ट होता है। लेकिन पत्थर मिलें तो धनलाभ, ईंट मिलें तो बढ़ोत्तरी एवं तांबे के सिक्के आदि निकलें तो ऐसी भूमि सुख-समृद्धि दायक होती है।
- जहां आप निर्माण करना चाहते हैं उसके आस-पास के स्थान पर गंदा नाला व वर्कशॉप आदि नहीं होना चाहिए।
- किसी भी गली या आवास स्थल की कतार में अंतिम मकान कभी नहीं खरीदना चाहिए। एकदम सड़क के किनारे बना हुआ मकान भी शुभ नहीं माना गया है।
- तीन कोणों से युक्त तिकोनी भूमि कभी नहीं खरीदनी चाहिए। एक तरफ अधिक चौड़ा एवं एक तरफ कम चौड़ा प्लॉट भी अशुभ होता है,अर्थात अनियमित आकार के भूखंड वास्तु सम्मत नहीं माने गए हैं।
- हवा, पानी, प्रकाश, चौड़ी गली देखकर ही भूखंड का चयन करना अच्छा रहता है एवं ढलान व डूब वाले स्थान में मकान नहीं बनाना चाहिए।