जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Signs of Death in Garuda Purana: कब कौनसी सांस आखिरी हो, ये कोई नहीं जानता है इसलिए लोगों का मृत्यु से डर होना लाजिमी है. लोगों के मन में यह जानने की आम जिज्ञासा होती है कि मौत के समय कैसा महसूस होता है या मृत्यु से पहले कैसे संकेत मिलते हैं. धर्म-शास्त्रों में मौत को लेकर बहुत कुछ लिखा गया है. इसमें मृत्यु और यहां तक कि इसके बाद आत्मा के सफर और पुर्नजन्म को लेकर भी बताया गया है. गरुड़ पुराण में बताया गया है कि मृत्यु से पहले व्यक्ति के शरीर में क्या बदलाव होते हैं और उसे कैसा महसूस होता है.
मरने से पहले मिलते हैं ऐसे संकेत
- मरने से पहले व्यक्ति को कई तरह के संकेत मिलते हैं. मृत्यु के कई महीने पहले से ही उसके शरीर के कई अंगों पर असर दिखने लगता है. व्यक्ति की जीभ काम करना बंद कर देती है, उसे स्वाद आना कम होने लगता है. बोलने में दिक्कत होती है.
- मौत निकट हो तो व्यक्ति को सूर्य-चंद्रमा का प्रकाश दिखना बंद हो जाता है.
- मौत से पहले व्यक्ति के शरीर में हल्का पीलापन या कई बार सफेदी दिखने लगती है. ऐसा लगता है जैसे उसके शरीर में खून कम होता जा रहा है.
- मरने वाले व्यक्ति को अपनी छाया दिखनी बंद हो जाती है. जब ऐसा हो तो यह व्यक्ति के मौत के बेहद नजदीक होने का इशारा है.
- वहीं मरने से 2-3 दिन पहले से ही व्यक्ति को अपने आसपास अदृश्य शक्तियों के होने का अहसास होने लगता है. उसे यमराज के दूत दिखाई देने लगते हैं. उसे अपने करीब खड़े लोग भी दिखाई नहीं देते हैं क्योंकि वह यमराज के दूतों को देखकर डर जाता है
- इसके अलावा मरने से कुछ समय पहले व्यक्ति के शरीर से अजीब गंध भी आने लगती है.
- गरुड़ पुराण के मुताबिक मरने से 24 घंटे पहले व्यक्ति को आइने में अपना चेहरा नजर आना भी बंद हो जाता है. यहां तक कि उसे तेल या पानी में भी अपना चेहरा नहीं दिखता है.