गणेश जयंती पर बन रहा है विशेष योग, भूलकर भी ना करें ये काम

हर साल माघ मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश जंयती (Ganesh Jayanti) का त्योहार मनाया जाता है

Update: 2021-02-15 02:56 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेसक | हर साल माघ मास की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश जंयती (Ganesh Jayanti) का त्योहार मनाया जाता है. इस बार गणेश जंयती (Ganesh Jayanti 2021 Do's and don't) का यह पर्व 15 फरवरी 2021 को मनाया जाएगा. गणेश जयंती को गणेश चतुर्थी, माघ विनायक चतुर्थी और वरद चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है. इस साल गणेश जयंती (Ganesh Jayanti 2021 Shubh Yog) पर रवि योग बन रहा है. दक्षिण भारतीय मान्यता के अनुसार इस दिन भगवान गणेश का जन्म हुआ था. मान्यता है कि इस दिन विधि-विधान से व्रत और पूजन करने वालों की सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है. 

गणेश जयंती पूजा विधि
– इस दिन प्रात: काल स्नान-ध्यान करके गणपति बप्पा के व्रत का संकल्प लें.
– दिन में शुभ मुहूर्त के समय किसी पाटे, चौकी लाल कपड़ा बिछाकर गणेश जी की प्रतिमा या चित्र को स्थापित करें.
– गंगाजल से छिड़काव करें और गणपति बप्पा को प्रणाम करें.
– सिंदूर से गणेश जी को तिलक करें और धूप-दीप जलाएं.
– गणेश भगवान को उनकी प्रिय चीजें मोदक, लड्डू, पुष्प, सिंदूर, जनेऊ और 21 दूर्वा अर्पित करें.
– तत्पश्चात पूरे परिवार सहित गणेश जी की आरती करें.
– कुछ लड्डूओं को प्रतिमा के पास ही छोड़ दें बाकी के लड्डूओं में से सबसे पहले ब्राह्मण को दें बाकी अन्य लोगों औऱ परिवारजन में बांट दें.
गणेश जयंती- क्‍या करें क्‍या नहीं
इस दिन भगवान गणेश को तिल के लड्डू अर्पित करने चाहिए. तिल का प्रसाद भी बांटा जाता है. नहाने के पानी में भी तिल मिलाकर स्‍नान करते हैं. व्रत रखते हैं. गणेश जयंती के दिन चंद्र दर्शन करना वर्जित माना जाता है


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