Somvati Amavasya 2022 : ​अपनी राशि के अनुसार से करें साधना

सनातन परंपरा में सोमवती अमावस्या (Somvati Amavasya 2022) के स्नान-ध्यान और दान के लिए अत्यंत ही शुभ माना गया है

Update: 2022-01-24 16:44 GMT

सनातन परंपरा में सोमवती अमावस्या (Somvati Amavasya 2022) के स्नान-ध्यान और दान के लिए अत्यंत ही शुभ माना गया है. सोमवार के दिन पड़ने वाली इस अमावस्या पर शिव की साधना-आराधना करने पर जीवन से जुड़े सारे कष्ट दूर होते हैं. साल 2022 की पहली सोमवती अमावस्या (Somvati Amavasya 2022 Date) 31 जनवरी, सोमवार दोपहर 02:18 बजे से प्रारंभ होकर 01 फरवरी 2022, मंगलवार को प्रात:काल 11:16 बजे तक रहेगी. चूंकि अमावस्या का दिन देवों के देव महादेव की साधना के लिए विशेष रूप से फलदायी है, ऐसे में अपने जीवन से जुड़े कष्ट और बाधा को दूर करने और अपनी मनोकामाना को पूरा करने के लिए इस दिन अपनी राशि के अनुसार शिव की पूजा का विशेष उपाय जरूर करें. आइए अमावस्या के दिन 12 राशि के अनुसार शिव पूजा का सरल उपाय जानते हैं.

मेष राशि के जातकों को सोमवती अमावस्या के दिन शिवलिंग पर जल अर्पित करने के बाद चंदन का तिलक लगाएं और बेलपत्र या शमी पत्र चढ़ाएं. यदि संभव हो तो शिव पर चढ़ाने वाले जल में थोड़ा गंगा जल मिला लें. साथ ही साथ 'ॐ नम: शिवाय' मंत्र का कम से कम एक माला जप करें.
सोमवती अमावस्या के दिन भगवान शिव की कृपा पाने के लिए वृष राशि के जातकों को शिवलिंग पर दूध-दही और शक्कर विशेष रूप से चढ़ाना चाहिए. भगवान शिव की पूजा में चंदन के तिलक का प्रयोग अवश्य करें. इसके साथ 'ॐ नागेश्वराय नमः' मंत्र का जप करें.
सोमवती अमावस्या के दिन मिथुन राशि के जातकों को भगवान शिव की कृपा पाने के लिए शिवलिंग का शहद से अभिषेक करना चाहिए. साथ ही साथ 'ॐ नम: शिवाय कालं महाकाल कालं कृपालं ॐ नम:' मंत्र का कम से कम एक माला जप भी करना चाहिए.
इस उपाय से आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी.
कर्क राशि के जातकों को सोमवती अमावस्या के दिन शिवलिंग पर दूध, दही, गंगाजल एवं मिश्री से अभिषेक करने के बाद 'ॐ चंद्रमौलेश्वर नम:' मंत्र का कम से कम एक माला जाप करना चाहिए. इस उपाय से आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी.
सिंह राशि के जातकों को सोमवती अमावस्या के दिन भगवान शिव की कृपा पाने के लिए शुद्ध घी से अभिषेक करना चाहिए और 'ॐ नम: शिवाय कालं महाकाल कालं कृपालं ॐ नम:' मंत्र का जाप करना चाहिए.
कन्या राशि के जातकों को सोमवती अमावस्या के दिन दु:ख दारिद्रय को दूर करने के लिए शिवलिंग पर दूध, घी और शहद विशेष रूप चढ़ाना चाहिए और साथ में 'ॐ नमो शिवाय कालं ॐ नम:' मंत्र का जप पूरी श्रद्धा के साथ करना चाहिए.
तुला राशि के जातकों को सोमवती अमावस्या के दिन शिव पूजन में दही और गन्ने का रस अर्पित करना चाहिए. इसके साथ 'ॐ हौम ॐ जूँ स:' मंत्र का जप रुद्राक्ष की माला से करना चाहिए.
भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद पाने के लिए वृश्चिक राशि के जातकों को गंगाजल और दूध में शक्कर मिलाकर शिवलिंग पर अर्पित करना चाहिए. इसके पश्चात् शिवलिंग पर लाल चंदन से तिलक जरूर लगाएं.
सोमवती अमावस्या के दिन भगवान शंकर की कृपा पाने के लिए धनु राशि के जातकों को कच्चे दूध के साथ केसर, गुड़, हल्दी मिलाकर अभिषेक करना चाहिए. इसके साथ 'ॐ नमो शिवाय गुरु देवाय नम:' मंत्र का जप रुद्राक्ष की माला से करना चाहिए. धनु राशि के जातकों को शुभ फलों की प्राप्ति के लिए शिव पूजा में पीले रंग के फूल का प्रयोग भी करना चाहिए.
मकर राशि के जातकों को सोमवती अमावस्या के दिन शिव भगवान की कृपा पाने के​ लिए घी, शहद, दही और बादाम के तेल से शिवलिंग का पूजन करना चाहिए. इसके बाद शिवलिंग पर नारियल का जल भी अर्पित करना चाहिए. यदि संभव हो तो शिवलिंग पर नीले रंग के फूल भी चढ़ाएं. साथ में रुद्राक्ष की माला से 'ॐ हौम ॐ जूँ स:' मंत्र का जप करें.
कुंभ राशि के जातकों को सोमवती अमावस्या के दिन भगवान शिव की पूजा में घी, शहद, शक्कर और बादाम के तेल से शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए. इसके पश्चात् नारियल का जल अर्पित करते हुए नीले रंग का पुष्प चढ़ाना चाहिए. साथ ही साथ 'ॐ हौम ॐ जूँ स:' मंत्र का जप भी करना चाहिए.
मीन राशि के जातकों को सोमवती अमावस्या के दिन भगवान शिव की पूजा में कच्चे दूध, केसर एवं गंगाजल से करनी चाहिए. इन सभी चीजों से शिव का अभिषेक करने के बाद शिवलिंग का हल्दी एवं केसर से तिलक करें और 'ॐ नमो शिवाय गुरु देवाय नम:' मंत्र का जप करें.
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