Solar Eclipse 2021: जानिए कब लगेगा साल का अंतिम सूर्य ग्रहण?

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Update: 2021-11-24 13:45 GMT

Solar एक्लिप्स 2021: 4 दिसंबर, 2021 को इस साल का आखिर सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। हाल ही में साल का आखिरी चंद्र ग्रहण लगा था और अब मार्गशीर्ष मास की अमावस्‍या को साल का आखिरी सूर्यग्रहण लगने जा रहा है। सूर्य ग्रहण में सूतक काल लग जाने के बाद कोई भी शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं और न ही भगवान की पूजा की जाती है। धार्मिक मान्‍यताओं में सूर्य ग्रहण का महत्‍व काफी खास माना गया है। वहीं सूर्य ग्रहण के वैज्ञानिका कारणों में ऐसा बताया जाता है कि जब पृथ्‍वी और सूर्य के बीच में चंद्रमा आ जाता है तो यह सूर्य ग्रहण की घटना होती है। आइए आपको बताते हैं कि इस बार का सूर्य ग्रहण भारत में कहां दिखेग और इसका समय व सूतक काल क्‍या है।

कहां दिखेगा यह सूर्य ग्रहण
साल का यह अंतिम सूर्य ग्रहण खग्रास रूप में लगने जा रहा है। भारत में इसका असर न के बराबर होगा। 4 दिसंबर को लगने जा रहा य‍ह सूर्य ग्रहण केवल ऑस्‍ट्रेलिया व अफ्रीका के दक्षिणी क्षेत्रों में देखा जा सकेगा। बताया जा रहा है कि साल का य‍ह अंतिम ग्रहण नाम्बिया, प्रशांत, अटलांटिक, हिंद महासागर और अंटाकर्टिका क्षेत्र में ही देखा जा सकेगा। ऑस्‍ट्रेलिया के भी दक्षिणी भागों जैसे कैनबरा, मेलबर्न, विक्‍टोरिया आदि शहरों में इसे खंडग्रास रूप में देखा जा सकेगा।
किस राशि पर होगा प्रभाव
पंचांग के अनुसार, सूर्य ग्रहण विक्रम संवत 2078 को मार्गशीर्ष मास की अमावस्‍या को लगने जा रहा है। वृश्चिक राशि पर लगने की वजह से यह ग्रहण इस राशि वालों के लिए महत्‍वपूर्ण माना जा रहा है। वहीं अनुराधा और ज्‍येष्‍ठा नक्षत्र पर इसका प्रभाव सबसे ज्‍यादा होगा। सूर्य ग्रहण के वक्‍त सूर्य और चंद्र दोनों ही वृश्चिक राशि में मौजूद होंगे।
सूर्यग्रहण का समय
सूर्यग्रहण का आरंभ : सुबह 10 बजकर 59 मिनट पर
खग्रास प्रारंभ : 12 बजकर 33 मिनट पर
सूर्यग्रहण का मध्‍यकाल : दोपहर 1 बजकर 4 मिनट से
खग्रास समाप्‍त : दोपहर 1 बजकर 35 मिनट पर
ग्रहण समाप्‍त : दोपहर 3 बजकर 7 मिनट पर
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सूर्य ग्रहण का सूतक काल
4 दिसंबर को लगने वाला यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा। इसलिए इस ग्रहण का सूतक काल भारत में मान्‍य नहीं होगा।


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