ज्योतिष न्यूज़: हिंदू धर्म में पर्व त्योहारों की कमी नहीं है और सभी का अपना महत्व है लेकिन सीता नवमी अपने आप में खास मानी जाती है जो कि माता सीता की साधना आराधना को समर्पित है इस दिन सीता माता की पूजा का विधान होता है। पंचांग के अनुसार हर साल सीता नवमी का पर्व वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर मनाया जाता है।
इस दिन माता सीता के साथ भगवान श्रीराम की पूजा अर्चना करना लाभकारी माना जाता है मान्यता है कि अगर सीता नवमी पर उपवास किया जाए तो जीवन के कष्ट मिल जाते हैं और देवी के आशीर्वाद से सुख शांति आती है तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा सीता नवमी की तारीख और अन्य जानकारी प्रदान कर रहे हैं तो आइए जानते हैं।
सीता नवमी की तारीख और मुहूर्त—
हिंदू पंचांग के अनुसार वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर सीता नवमी मनाई जाती है इस साल सीता नवमी का पर्व 16 मई दिन गुरुवार को मनाया जा रहा है। विवाहित महिलाएं सीता नवमी के दिन व्रत रखती है और पतियों की लंबी आयु के लिए प्रार्थना करती है। आपको बता दें कि राम नवमी के ठीक एक माह बाद सीता नवमी मनाई जाती है।
वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि की शुरुआत 16 मई को शाम 6 बजकर 22 मिनट पर हो रही है और अगले दिन यानी 17 मई को रात 8 बजकर 48 मिनट पर समाप्त हो जाएगी। ऐसे में सीता नवमी की पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 10 बजकर 56 मिनट से लेकर दोपहर 1 बजकर 39 मिनट तक है।