Shardiya Navratri: नवरात्रि के दूसरे दिन भूलकर भी माता को न लगाएं इन चीजों का भोग
Shardiya Navratri ज्योतिष न्यूज़ : सनातन धर्म में कई सारे व्रत त्योहार पड़ते हैं और सभी का अपना महत्व भी होता है लेकिन नवरात्रि को बहुत ही खास माना गया है जो कि देवी साधना का महापर्व होता है इस दौरान भक्त देवी मां दुर्गा की विधिवत पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं मान्यता है कि ऐसा करने से माता रानी की कृपा बरसती है
इस साल शारदीय नवरात्रि का आरंभ 3 अक्टूबर दिन गुरुवार आरंभ हो चुका है और इसका समापन 11 अक्टूबर को हो जाएगा। नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ अलग अलग रूपों की पूजा अर्चना की जाती है और व्रत आदि भी रखा जाता है माना जाता है कि ऐसा करने से शुभ फलों में वृद्धि होती है।
नवरात्रि का दूसरा दिन आज यानी 4 अक्टूबर दिन शुक्रवार को पड़ा है जो कि मां दुर्गा के मां ब्रह्माचारिणी स्वरूप को समर्पित है तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा मां ब्रह्माचारिणी के प्रिय भोग के बारे में बता रहे हैं।
मां ब्रह्माचारिणी का प्रिय भोग—
मां ब्रह्माचारिणी देवी दुर्गा का दूसरा स्वरूप और दूसरी शक्ति मानी जाती है इनकी साधना आराधना जीवन में खुशहाली और समृद्धि प्रदान करती है। भक्त माता को प्रसन्न करने के लिए तरह तरह के भोग देवी को अर्पित करते हैं लेकिन आपको बता रहे हैं कि देवी को खीर, लड्डू, बताशे आदि प्रिय नहीं है
मां ब्रह्माचारिणी को चीनी यानी शक्कर का भोग अत्यंत प्रिय है ऐसे में आज देवी की साधना आराधना में उन्हें चीनी का भोग लगाएं ऐसा करने से परिवार के लोगों की आयु में वृद्धि होती है इसके अलावा देवी को भूलकर भी खट्टी चीजों का भोग न लगाएं ऐसा करने से घर के मुखिया की आयु घट जाती है और रोग बीमारिया भी आती है।