Shardiya Navratri ज्योतिष न्यूज़: सनातन धर्म में कई सारे व्रत त्योहार पड़ते हैं और सभी का अपना महत्व होता है लेकिन नवरात्रि पर्व को बेहद ही खास माना जाता है जो कि पूरे नौ दिनों तक चलता है यह पर्व देवी साधना को समर्पित है इस दौरान भक्त मां दुर्गा के नौ अलग अलग स्वरूपों की विधिवत पूजा करते हैं और उपवास आदि भी रखते हैं।
मान्यता है कि ऐसा करने से माता रानी की असीम कृपा बरसती है नवरात्रि का पर्व साल में चार बार पड़ता है जिसमें दो गुप्त नवरात्रि होती है अभी शारदीय नवरात्रि आने वाली है जो कि देवी साधना का महापर्व माना गया है इस दौरान माता रानी की पूजा अर्चना और व्रत कर भक्त शुभ फलों को प्राप्त कर सकते हैं तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा शारदीय नवरात्रि की तारीख और मुहूर्त की जानकारी आपको प्रदान कर रहे हैं तो आइए जानते हैं।
शारदीय नवरात्रि की तारीख—
हिंदू पंचांग के अनुसार आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि का आरंभ 3 अक्टूबर की सुबह 12 बजकर 19 मिनट पर हो रहा है और इस तिथि का समापन अगले दिन यानी की 4 अक्टूबर की सुबह 2 बजकर 58 मिनट पर समाप्त हो जाएगा। वही उदया तिथि के अनुसार शारदीय नवरात्रि 3 अक्टूबर दिन गुरुवार से आरंभ हो रहा है और इसका समापन 12 अक्टूबर दिन शनिवार को हो जाएगा।
कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त—
आपको बता दें कि शारदीय नवरात्रि के पहले दिन यानी 3 अक्टूबर को कलश स्थापना करने के साथ साथ मां दुर्गा के पहले स्वरूप मां शैलपुत्री की पूजा की जाएगी और व्रत रखा जाएगा। इस साल कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त 3 अक्टूबर की सुबह 4 बजकर 15 मिनट से लेकर सुबह के 7 बजकर 22 मिनट तक रहेगा। इसके साथ ही कलश स्थापना के लिए एक और शुभ मुहूर्त प्राप्त हो रहा है जो कि अभिजित मुहूर्त है ये मुहूर्त सुबह 11 बजकर 46 मिनट से लेकर दोपहर के 12 बजकर 47 मिनट तक रहेगा। इन दो मुहूर्त में भक्त कलश स्थापना कर सकते हैं।