Shardiya Navratri: सुने माता महागौरी की व्रत कथा, भक्तों की शीघ्र पूरी होगी मनोकामना

Update: 2024-10-10 11:57 GMT
Shardiya Navratri ज्योतिष न्यूज़: देशभर में शारदीय नवरात्रि की धूम है इन नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ अलग अलग स्वरूपों की साधना आराधना की जा रही हैं ऐसे में आज नवरात्रि का आठवां दिन है जो कि मां दुर्गा के आठवें स्वरूप मां महागौरी की पूजा अर्चना को समर्पित है।
इस दिन भक्त देवी मां महागौरी की विधिवत पूजा करते हैं माना जाता है कि महागौरी की पूजा करने से सुख समृद्धि का प्रवेश घर और जीवन में होता है साथ ही दुख मुसीबतें दूर हो जाती हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार महागौरी भगवान शिव की अर्धांगिनी हैं।
शिव और शक्ति का मिलन ही संपूर्णता है। मान्यता है कि नवरात्रि के अष्टमी पर महागौरी की पूजा अर्चना करने से सभी तरह के कष्ट दूर होते हैं और माता के आशीर्वाद से सुख शांति और समृद्धि आती है इसके अलावा कुंवारी कन्याएं महागौरी की पूजा करके मनचाहा वर प्राप्त कर सकती हैं। ऐसे में अगर आप माता महागौरी को प्रसन्न कर आशीर्वाद पाना चाहते हैं तो आज महाअष्टमी की पूजा के बाद देवी गौरी की कथा जरूर सुनें। ऐसा करने से देवी की असीम कृपा बरसती है।
 माता महागौरी की व्रत कथा—
देवीभागवत पुराण के अनुसार, देवी पार्वती अपनी तपस्या के दौरान केवल कंदमूल फल और पत्तों का आहार करती थीं. बाद में माता केवल वायु पीकर ही तप करना आरंभ कर दिया था. तपस्या से माता पार्वती को महान गौरव प्राप्त हुआ है और इससे उनका नाम महागौरी पड़ा. माता की तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उनको गंगा में स्नान करने के लिए कहा. जिस समय माता पार्वती गंगा में स्नान करने गईं,
 तब देवी का एक स्वरूप श्याम वर्ण के साथ प्रकट हुईं, जो कौशिकी कहलाईं और एक स्वरूप उज्जवल चंद्र के समान प्रकट हुआ, जो महागौरी कहलाईं. मां गौरी अपने हर भक्त का कल्याण करती हैं और उनको सभी समस्याओं से मुक्ति दिलाती हैं.
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