शनि इन 4 राशि वालों पर सबसे ज्यादा 'कहर' बरपाते हैं, जानें वजह और बचने के उपाय
शनि शत्रु राशि वाले जातकों को नकारात्मक फल देते हैं. इसलिए उन्हें करियर, शादीशुदा जिंदगी में खासा उतार-चढ़ाव झेलना पड़ता है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। शनि ग्रह प्रसन्न हो जाएं तो वारे-न्यारे कर देते हैं और यदि नाराज हो जाएं तो व्यक्ति को सड़क पर ला देते हैं. इसलिए आमतौर पर सभी लोग इस बारे में जानने के लिए उत्सुक रहते हैं कि उन पर शनि देव की नजर शुभ है या अशुभ है. वैसे तो शनि कर्मों के मुताबिक फल देते हैं लेकिन ज्योतिष के मुताबिक उनकी कुछ मित्र राशियां हैं और शत्रु राशियां हैं. ऐसे में शनि इन राशि वाले जातकों को उनकी राशि के मुताबिक भी फल देते हैं. कह सकते हैं कि शनि जिन राशियों से शत्रुता का भाव रखते हैं, उनमें जन्म लेने वाले जातक अपने भाग्य में ही शनि संबंधी मुश्किलें लेकर पैदा होते हैं.
शनि डालते हैं बुरा असर
शत्रु राशि के जातकों को शनि परेशान करते हैं. लेकिन शनि की नजर का बुरा असर व्यक्ति पर कितना होगा यह उनकी कुंडली में शनि की स्थिति और उनके कर्मों पर निर्भर करता है. यदि कर्म अच्छे होंगे और वे समय-समय पर शनि से संबंधित उपाय करते रहेंगे तो शनि का बुरा असर कम हो जाता है. वरना शनि शत्रु राशि के जातकों के जॉब-बिजनेस, मैरिड लाइफ और सेहत पर बुरा असर डालते हैं. इस कारण इन क्षेत्रों में व्यक्ति पूरी जिंदगी उतार-चढ़ाव झेलता रहता है.
ये हैं शनि की शत्रु राशियां
मेष और वृश्चिक राशि: मेष और वृश्चिक राशि के स्वामी मंगल हैं और शनि मंगल ग्रह से शत्रुता का भाव रखते हैं. लिहाजा इन दोनों राशि के जातकों पर शनि देव की बुरी नजर पड़ने की आशंका ज्यादा रहती है.
कर्क और सिंह राशि: कर्क और सिंह राशि के स्वामी चंद्र हैं. वहीं शनि की शत्रुता सूची में चंद्रमा का नाम सबसे पहले आता है. ऐसे में इन राशि वाले जातकों को भी शनि का प्रकोप झेलना पड़ता है.
ये चीजें बचाएंगी शनि के प्रकोप से
शनि देव के प्रकोप से बचने के लिए इन राशि वाले लोगों को उपाय करते रहना चाहिए. खासतौर पर जब इन राशियों पर शनि की साढ़े साती या ढैय्या चल रही हो तब खासतौर पर सतर्क रहना चाहिए. इन जातकों को शनिवार के दिन छायादान करना बहुत राहत देगा. इसके लिए कटोरे (संभव हो तो कांसे के कटोरे में) में सरसों का तेल रखकर उसमें अपना चेहरा देखना चाहिए और फिर तेल को कटोरे सहित किसी को दान कर देना चाहिए या शनि मंदिर में रख आना चाहिए. इसके अलावा कुत्ते को रोटी खिलाना, गरीब-असहायों की मदद करना भी लाभ देगा.