Shani Pradosh Vrat ज्योतिष न्यूज़ : सनातन धर्म में कई सारे व्रत त्योहार मनाए जाते हैं और सभी का अपना महत्व भी होता है लेकिन प्रदोष व्रत को बेहद ही खास माना गया है जो कि हर माह में दो बार पड़ता है। यह तिथि भगवान शिव को समर्पित होती है इस दिन भक्त भगवान भोलेनाथ की विधिवत पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं मान्यता है कि ऐसा करने से प्रभु की असीम कृपा बरसती है और दुख कष्ट दूर हो जाते हैं
हिंदू पंचांग के अनुसार अभी भाद्रपद माह चल रहा है और इस माह का पहला प्रदोष व्रत आज यानी 31 अगस्त दिन शनिवार को किया जा रहा है इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने से जीवन की सारी परेशानियां व दुख दूर हो जाते हैं और सुख समृद्धि व सफलता का आशीर्वाद मिलता है, तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा प्रदोष व्रत की पूजा का शुभ मुहूर्त बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
शिव पूजा का शुभ मुहूर्त—
हिंदू पंचांग के अनुसार प्रदोष व्रत के दिन विजय मुहूर्त दोपहर 2 बजकर 28 मिनट से 3 बजकर 19 मिनट तक रहेगा। इसके बाद गोधूलि मुहूर्त शाम को 6 बजकर 43 मिनट से 7 बजकर 6 मिनट तक रहेगा। वही फिर निशिता मुहूर्त रात्रि में 11 बजकर 59 मिनट से लेकर 12 बजकर 44 मिनट तक रहेगा।
मान्यता है कि इस दौरान आप भगवान शिव की विधिवत पूजा करें शुभ मुहूर्त में भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना करने से दोगुना फल मिलता है साथ ही भोलेनाथ के आशीर्वाद से जीवन के दुख दर्द दूर हो जाते हैं और खुशहाली आती है।