Shani Dev: 11 सितंबर को शनि देव की पूजा का बन रहा है अद्भूत संयोग, तो शनिवार को जरूर करें ये उपाय
मकर राशि में शनि विराजमान हैं. वर्तमान समय में शनि वक्री हैं. 11 सितंबर 2021, शनिवार को शनि देव की पूजा का विशेष संयोग बन रहा है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Shani Dev, Shani Ke Upay: 11 सिंतबर 2021, शनिवार को भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि है. इस तिथि को ऋषि पंचमी भी कहा जाता है. इसके साथ ही गणेश महोत्सव का आज दूसरा दिन है. गणेश चतुर्थी की तिथि से गणेश महोत्सव आरंभ होता है. आज यानि शनिवार के दिन ग्रहों की चाल मेष से मीन राशि तक के जातकों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है.
सिंह, कन्या और तुला राशि में बन रहा है विशेष संयोग
पंचांग के अनुसार 11 सितंबर, शनिवार को ग्रहों की स्थिति बहुत ही विशेष है. ऐसा संयोग कई वर्षों के बाद बन रहा है. इस दिन चार ग्रह अपनी ही राशि में गोचर कर रहे हैं. वर्तमान में समय में सिंह राशि में सूर्य का गोचर हो रहा है. सूर्य ग्रह को सिंह राशि का स्वामी माना गया है. कन्या राशि के स्वामी बुध है, जो कन्या राशि में ही मौजूद हैं. ज्योतिष शास्त्र में शुक्र को तुला का राशि, स्वामी बताया गया है. आज के दिन शुक्र भी तुला राशि में गोचर कर रहा है. शुक्र जब तुला राशि में होता है तो मालव्य योग बनता है. जो धन, वैभव और मान-सम्मान प्रदान करने वाला सुंदर योग माना गया है.
शनि का मकर राशि में गोचर
इन तीन ग्रहों के साथ शनि देव भी अपने ही घर में विराजमान हैं. शनि देव को मकर राशि का स्वामी माना गया है. इसके साथ शनि कुंभ राशि के भी स्वामी है. तुला राशि में शनि को उच्च का माना गया है. जबकि मेष राशि को शनि की नीच राशि माना गया है.
शनि की ढैय्या और शनि की साढ़ेसाती
आज का दिन मिथुन, तुला, धनु, मकर और कुंभ राशि वालों के लिए महत्वपपूर्ण है. इसके साथ ही जिन लोगों की जन्म कुंडली में शनि अशुभ फल दे रहे हैं, या फिर शनि की महादशा चल रही है. ऐसे लोगों के लिए शनि देव की पूजा और शनि देव को प्रसन्न करने का आज विशेष अवसर प्राप्त हो रहा है. मिथुन और तुला पर शनि की ढैया. धनु, मकर और कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसती चल रही है.
शनि के उपाय
शनिवार को शनि मंदिर में सरसों का तेल चढ़ाएं. शनि देव से जुड़ी चीजों का दान करें. कंबल, छाता और काली उड़द का दान करना चाहिए. इसके साथ ही शनि चालीसा और शनि मंत्रों का जाप करना चाहिए