भगवान गणेश को समर्पित चतुर्थी के दिन कुछ कामों को करना जाने क्यों होता है वर्जित
हर महीने 2 बार चतुर्थी आती है. कृष्ण पक्ष में आने वाली चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थीकहते हैं
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | हर महीने 2 बार चतुर्थी (Chaturthi) आती है. कृष्ण पक्ष में आने वाली चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी (Sankashti Chaturthi) कहते हैं और शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी कहते हैं. सभी चतुर्थी का अपना-अपना महत्व है और यह भगवान गणेश (Lord Ganesha) को समर्पित हैं. इस दिन गणपति की पूजा करने और व्रत करने से बहुत लाभ होता है लेकिन इस दिन धर्म में वर्जित बताए गए काम करने से बड़ा नुकसान हो सकता है. आज जानते हैं कि चतुर्थी के दिन कौन से काम नहीं करने चाहिए.
चतुर्थी के दिन कभी न करें यह काम
- चतुर्थी के दिन कभी भी झूठ नहीं बोलना चाहिए. इससे नौकरी और व्यापार में नुकसान होता है.
- चतुर्थी तिथि की दिशा नैऋत्य है. चतुर्थी खला तिथि हैं. यह तिथि 'रिक्ता संज्ञक' कहलाती है. इसमें शुभ और मांगलिक कार्य करना वर्जित बताया गया है. इस दिन शुभ कार्य करने से नुकसान होता है या उनमें सफलता नहीं मिलती है.
- गुरुवार की चतुर्थी मृत्युदा और शनिवार की चतुर्थी सिद्धिदा होती है लिहाजा इसके मुताबिक ही काम करने चाहिए.
- भगवान गणेशजी को चतुर्थी तो क्या किसी भी दिन तुलसी नहीं चढ़ाना चाहिए.
- इस दिन प्याज, लहसुन, शराब और मांस का सेवन नहीं करना चाहिए.
- इस दिन पति-पत्नी को संयम रखना चाहिए.
- चतुर्थी के दिन किसी भी पशु या पक्षी को न सताना चाहिए और न ही मारना चाहिए.
- वैसे तो किसी भी दिन बुजुर्ग या ब्राह्मण का अपमान नहीं करना चाहिए लेकिन चतुर्थी के दिन ऐसा करने पर लेने के देने पड़ सकते हैं.