Sawan Somwar Aarti 2024:सावन के तीसरे सोमवार को संध्या के समय करें ये आरती, महादेव होंगे प्रसन्न
Sawan Somwar Aarti 2024: इस साल 22 जुलाई, दिन सोमवार से सावन का महीना शुरू हो चुका है। इस माह में भक्त भगवन शिव की पूजा-आराधना करने के साथ शिवलिंग का गंगाजल और दूध से भव्य अभिषेक करते हैं। ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स ने हमें बताया कि सावन के किसी भी सोमवार पर भगवान शिव की पूजा के बाद यदि आप संध्या के समय आरती करते हैं तो सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हसीन। संध्या आरती से महादेव की दिव्यता की अनुभूति होती है और शिव शंभू का आशीर्वाद भी मिलता है। आइये जानते हैं की संध्या आरती के बारे में। भगवान शिव
जय शिव ओंकारा, स्वामी ॐ जय शिव ओंकारा। ब्रह्मा विष्णु सदा शिव अर्द्धांगी धारा॥ ॐ जय शिव॥
एकानन चतुरानन पंचानन राजे। हंसानन गरुड़ासन वृषवाहन साजे॥ ॐ जय शिव॥
दो भुज चार चतुर्भुज दस भुज अति सोहे। त्रिगुण रूपनिरखता त्रिभुवन जन मोहे॥ ॐ जय शिव॥
अक्षमाला बनमाला रुण्डमाला धारी। चंदन मृगमद सोहै भाले शशिधारी॥ ॐ जय शिव॥
श्वेताम्बर पीताम्बर बाघम्बर अंगे। सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे॥ ॐ जय शिव॥
कर के मध्य कमण्डलु चक्र त्रिशूल धर्ता। जगकर्ता जगभर्ता जगसंहारकर्ता॥ ॐ जय शिव॥
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका। प्रणवाक्षर मध्ये ये तीनों एका॥ ॐ जय शिव॥
काशी में विश्वनाथ विराजत नन्दी ब्रह्मचारी। नित उठि भोग लगावत महिमा अति भारी॥ ॐ जय शिव॥
त्रिगुण शिवजी की आरती जो कोई नर गावे। कहत शिवानंद स्वामी मनवांछित फल पावे॥ ॐ जय शिव॥
जय शिव ओंकारा हर ॐ शिव ओंकारा। ब्रह्मा विष्णु सदाशिव अद्धांगी धारा॥ ॐ जय शिव ओंकारा॥
सावन सोमवार 2024 भगवान शिव की आरती के लाभ
सावन सोमवार के दिन भगवान शिव की संध्या आरती करने से उनकी कृपा बनी रहती है।
भगवान शिव की कृपा से जीवन के सभी दुख दूर हो जाते हैं। बिगड़े काम बनने लगते हैं।
सावन सोमवार के दिन भगवान शिव की संध्या आरती करने से गृह शांति बनी रहती है।
परिवार के साथ आरती करने से पारिवारिक क्लेश और ग्रह दोष भी दूर हो जाते हैं।
सावन सोमवार के पहले दिन शिव जी की संध्या आरती करने से वास्तु दोष दूर होता है।