इन राशियों पर हैं वक्री शनि और गुरु मेहरबान
इस समय शनि और गुरु मकर राशि में विराजमान हैं
इस समय शनि और गुरु मकर राशि में विराजमान हैं। देवगुरु बृहस्पति और शनि के एक ही राशि में आने से शुभ योग बन रहा है। इस शुभ योग के निर्माण से मेष, वृष, कर्क और मीन राशि वालों को जबरदस्त फायदा हो रहा है। देवगुरु बृहस्पति को ज्ञान, शिक्षक, संतान, बड़े भाई, शिक्षा, धार्मिक कार्य, पवित्र स्थल, धन, दान, पुण्य और वृद्धि आदि का कारक ग्रह कहा जाता है। बृहस्पति ग्रह 27 नक्षत्रों में पुनर्वसु, विशाखा, और पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र के स्वामी होते हैं। गुरु के शुभ होने पर व्यक्ति का जीवन सुखमय हो जाता है। वहीं शनि को ज्योतिष में पापी और क्रूर ग्रह कहा जाता है, लेकिन शनि के शुभ होने पर व्यक्ति का भाग्य बदल जाता है। आइए जानते हैं शनि और गुरु की युति से मेष, वृष, कर्क, मीन राशि को क्या फायदा हो रहा है...
आर्थिक पक्ष मजबूत होगा।
नौकरी और व्यापार में तरक्की करेंगे।
स्वास्थ्य बेहतर रहेगा।
मान- सम्मान और पद- प्रतिष्ठा में वृद्दि होगी।
कार्यों में सफलता प्राप्त करेंगे।
आपके द्वारा किए गए कार्यों की सराहना होगी।
निवेश करने से लाभ होगा।
कार्यों में सफलता मिलेगी।
दांपत्य जीवन सुखमय रहेगा।
कार्यक्षेत्र में खूब मान- सम्मान मिलेगा।
पद- प्रतिष्ठा में वृद्दि होगी।
कार्यक्षेत्र में आपके द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की जाएगी।
लेन- देन के लिए समय शुभ है।
परिवार के सदस्यों का सहयोग प्राप्त करेंगे।
(इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।)