Sarva Pitru Amavasya 2021: 11 साल बाद बन रहा है खास योग, ये उपाय दूर होगी धन की कमी

सर्व पितृ अमावस्या (Sarva Pitru Amavasya) पितृ पक्ष (Pitru Paksha) का आखिरी दिन होता है

Update: 2021-10-02 16:57 GMT

Sarva Pitru Amavasya 2021 Upaye: सर्व पितृ अमावस्या (Sarva Pitru Amavasya) पितृ पक्ष (Pitru Paksha) का आखिरी दिन होता है. इसे विसर्जनी अमावस्या (Visarjani Amavasya) भी कहा जाता है. इस दिन उन सभी पितरों का तर्पण-श्राद्ध (Pitru Sharadh) किया जाता है, जिनकी तिथि हम भूल चुके होते हैं या ज्ञात नहीं होती. अश्विन मास (Ashwin Month) की अमावस्या का हिंदू धर्म में विशेष महत्व होता है. इस साल 6 अक्टूबर को सर्व पितृ अमावस्या है. इस दिन किए गए कई उपाय हमारे कष्टों को दूर कर देते हैं. अश्विन मास की इस अमावस्या की खास बात यह है कि इस बार इस दिन एक विशेष योग बन रहा है, जो कि कई सालों में बनता है. आइए जानते हैं इस विशेष योग के बारे में...

सर्व पितृ अमावस्या पर गजछाया योग 
इस साल पितृ पक्ष 2021 में सर्व पितृ अमावस्या के दिन गजछाया योग बन रहा है. इससे पहले ये योग 11 साल पहले 2010 में बना था. ये गजछाया योग काफी शुभ होता है. 6 अक्टूबर के दिन सूर्य और चंद्रमा दोनों की सूर्योदय से लेकर शाम 4 बजकर 34 मिनट तक हस्त नक्षत्र में होंगे. इस स्थिति के कारण गजछाया योग बनता है. धार्मिक ग्रंथों के अनुसार इस योग में श्राद्ध करने से पितृ प्रसन्न होते हैं. इतना ही नहीं, कहते हैं कि इस योग में तर्पण-श्राद्ध करने से कर्ज से मुक्ति मिलती है और घर में सुख-समृद्धि आती है. इस योग में श्राद्ध और दान करने से अगले 12 सालों के लिए पितरों की क्षुधा शांत हो जाती है. इसके बाद ये योग 8 साल 2029 में बनेगा.
इस योग में करें ये उपाय 
पितृ पक्ष के दौरान गजछाया योग को बेहद शुभ माना गया है. इस दिन गजछाया योग में पितरों के लिए श्राद्ध करें और घी मिली हुई खीर दान करें. कहते हैं कि ऐसा करने से पितृ अगले 12 सालों तक तृप्त हो जाते हैं. इसके अलावा इस समय गरीबों और जरूरमंदों को भोजन कराएं. ब्राह्मण को भोजन कराएं. उन्हें अन्न और कपड़ों का दान देने से आपके सारे संकट दूर हो जाएंगे और घर में धन की कभी कमी नहीं होगी.


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