Santan Saptami ज्योतिष न्यूज़: हिंदू धर्म में व्रत त्योहारों की कमी नहीं है और सभी का अपना महत्व भी होता है लेकिन संतान सप्तमी को बहुत ही खास माना गया है जो कि माताओं द्वारा किया जाने वाला बेहद ही महत्वपूर्ण व्रत है इस दिन पूजा पाठ और व्रत का विधान होता है। संतान सप्तमी व्रत को शादीशुदा महिलाएं अपने संतान की सुरक्षा और सुखी जीवन के लिए रखती है।
संतान सप्तमी के दिन शिव पार्वती की पूजा का विधान होता है। पंचांग के अनुसार हर साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी पर संतान सप्तमी का व्रत किया जाता है इस साल यह दिन मंगलवार यानी कल रखा जाएगा। तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा पूजा की संपूर्ण विधि आपको बता रहे हैं तो आइए जानते हैं। व्रत 10 सितंबर
संतान सप्तमी पूजा की विधि—
आपको बता दें कि इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करें इसके बाद शिव पार्वती के समक्ष व्रत और पूजा का संकल्प करें। अब एक देवी पर लाल वस्त्र बिछाकर शिव परिवार की प्रतिमा स्थापित करें एक कलश में जल भरकर रखें और उस पर नारियल व आम के पत्ते लगाएं।
इसके बाद घी का दीपक जलाएं और पुष्प, चावल, सुपारी अर्पित करें भगवान शिव और माता पार्वती को वस्त्र अर्पित करें इसके बाद प्रसाद का भोग लगाएं आप इस दिन प्रभु को खीर पूरी का भोग लगा सकते हैं। इसके बाद व्रत कथा का पाठ करें और भगवान की आरती कर पूजा को पूर्ण करें फिर भूल चूक के लिए क्षमा मांगे और अपने बड़ों का आशीर्वाद प्राप्त करें इसके अलगे दिन प्रसाद का सेवन कर अपने व्रत का पारण करें।