निजी जीवन की तबाही का कारण है धन के पीछे भागना पढ़े चाणक्‍य नीति

Update: 2023-10-03 13:20 GMT
आचार्य चाणक्य को भारत के महान ज्ञानियों और विद्वानों में से एक माना गया है इनकी नीतियां देश ही नहीं बल्कि दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं जिसे चाणक्य नीति के नाम से जाना जाता है। चाणक्य ने अपने जीवन के अनुभवों को नीतिशास्त्र में पिरोया है जिसका अनुसरण करने वाला मनुष्य अपने जीवन में सफलता और सुख दोनों ही प्राप्त करता है।
 चाणक्य ने मानव जीवन से जुड़े हर पहलु पर अपनी नीतियों का निर्माण किया है चाणक्य ने सफलता हासिल करने के लिए धन के साथ साथ कुछ अन्य चीजो का होना भी जरूरी बताया है ऐसे में आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा इन्हीं के बारे में बता रहे हैं तो आइए जानते हैं आज की चाणक्य नीति।
 आज की चाणक्य नीति—
आचार्य चाणक्य ने अपने एक श्लोक के मध्यम से बताया है कि जो लोग संतोष के अमृत से परिपूर्ण होते हैं उन्हें जो सुख और शांति प्राप्त होती है वह सुख शांति धन के पीछे इधर उधर भागने से नहीं मिलती है बल्कि धन के पीछे भागने वाले व्यक्ति को हमेशा ही परेशानियां उठानी पड़ती है और उनकी निजी जिंदगी की तबाही का मुख्य कारण भी यही बनता है।
 चाणक्य नीति कहती है कि अगर किसी मनुष्य के पास संतोष है तो वह किसी भी चीज को पाने के लिए उसके पीछे नहीं भागता है बल्कि शांत रहकर उसे समझने का प्रयास करता है। ऐसे लोग हमेशा जीवन में सुखी रहते हैं और इन्हें कभी परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता है।
 
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