तुलसी माला धारण करने के नियम

तुलसी माला धारण

Update: 2023-06-16 15:34 GMT
सनातन धर्म में तुलसी को बेहद ही पवित्र और पूजनीय माना गया हैं इस धर्म को मानने वाले अधिकतर घरों में तुलसी का पौधा लगा होता हैं और लोग रोजाना इसकी विधिवत पूजा करते हैं सुबह के समय जल चढ़ाते हैं तो वही संध्याकाल में घी का दीपक तुलसी के समक्ष जलाया जाता हैं धार्मिक मान्यताओं के अनुसार तुलसी पर धन की देवी माता लक्ष्मी का वास होता हैं और यही कारण है कि ये भगवान विष्णु का प्रिय पौधा है बिना तुलसी के श्री हरि भोग भी ग्रहण नहीं करते हैं।
जितना महत्व तुलसी पौधा का है उतना ही महत्वपूर्ण तुलसी से बनी माला यानी तुलसी माला का भी होता हैं माना जाता हैं कि इसे धारण करने से दुख परेशानियां सदा के लिए दूर हो जाती हैं साथ ही माता लक्ष्मी और श्री हरि की कृपा से धन समृद्धि की प्राप्ति होती हैं ऐसे में अगर आप भी तुलसी माला धारण करना चाहते हैं तो उससे पहले जरूरी नियम जान लें क्योंकि बिना नियम जाने तुलसी माला धारण करने से कोई लाभ नहीं मिलता हैं।
तुलसी माला धारण करने के नियम—
अगर आप तुलसी की माला धारण करना चाहते हैं तो इस बात को गांठ बांध ले कि तुलसी माला धारण करने के बाद आपको सात्विक आहार ही ग्रहण करना है यानी की मांस मदिरा आदि का सेवन इस दौरान वर्जित माना जाता हैं। इसके अलावा अगर आपने तुलसी की माला धारण कर ली है तो इसे किसी भी स्थिति में उतार नहीं सकते हैं यानी से हमेशा पहने ही रहना हैं। तुलसी माला को धारण करने से पहले इसे अच्छी तरह से धो कर सूखने के बाद ही धारण करना अच्छा माना जाता हैं।
शास्त्र अनुसार अगर आपने तुलसी माला धारण की है तो ऐसे में आपको रोजाना भगवान श्री हरि विष्णु के मंत्रों का जाप करना चाहिए ऐसा करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती हैं। इसके अलावा अगर आपने तुलसी माला धारण कर रखी है तो भूलकर भी रुद्राक्षा ना पहनें इसे शुभ नहीं माना जाता हैं और ना ही कोई सकारात्मक परिणाम मिलता हैं। ज्योतिष की मानें तो अगर आप तुलसी माला को गले में किसी कारणवश धारण नहीं कर सकते हैं तो ऐसे में आप इसे दाएं हाथ में पहन सकते हैं ऐसा करने से भी आपको इसके शुभ फल की प्राप्ति जरूर होगी।
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