हिंदू धर्म में पूजा पाठ का विशेष महत्व है। हर हिंदू घरों में हर रोज सुबह देवी देवताओं की पूजा होती है और शाम में दीया-बत्ती की जाती है। देवी देवताओं की पूजा साधारण करें या मंत्रोच्चार के साथ, पूजा में फूल बेलपत्र का विशेष महत्व है। बहुत से लोगों को यह नहीं पता होता है कि पूजा-पाठ के बाद फूल बेलपत्र का क्या करना है इसलिए लोग चढ़े हुए फूल-बेलपत्र को इकट्ठा कर नदी, तालाब या जमीन में गाड़ देते हैं। लेकिन आपको बता दें कि चढ़े हुए फूल बेल-बेलपत्र बहुत काम का हो सकता है। इससे आप कई तरह से दोबारा इस्तेमाल कर सकते हैं। चलिए फूल बेलपत्र को दोबारा इस्तेमाल करने के कुछ तरीके जानते हैं...
हवन सामग्री बनाएं देवी देवताओं पर चढ़े हुए फूल बेलपत्र को बेकार न समझें, यह बहुत काम की है। चढ़े हुए फूल और बेलपत्र को किसी थाली या कपड़े में रखकर धूप में सुखा लें। जब फूल और बेलपत्र सूख कर कुरकुरे हो जाए तो उसे मिक्सी में पीस लें। अब इन फूलों में घी, गुड़, शहद, जौं, गुग्गल, कपूर और काला तिल डालकर मिक्स करें। आपके रोजाना आहुति देने के लिए हवन सामग्री तैयार है।
खुशबूदार धूप बनाएं देवी-देवताओं पर लोग खुशबू वाले फूल जैसे गेंदा और गुलाब जैसे सुगंधित फूल चढ़ाते हैं। इन फूलों की पंखुड़ियों को तोड़कर इसे धूप में सुखा लें। धूप में अच्छी तरह से सूखने के बाद पंखुड़ियों में शहद, घी, लोबान और कपूर डालकर मिक्सी में पीस लें। सभी को चिकना पीसने के बाद थोड़ा और घी मिलाएं ताकी चिपचिपा हो सके। अब इस मिश्रण को साफ बोतल की ढक्कन में भरकर फ्रिजर में कुछ देर के लिए छोड़ दें। घी जब अच्छे से जम जाए तो इसे एयरटाइट कंटेनर में स्टोर करें और सुबह शाम पूजा के वक्त जलाएं।
पेड़ पौधों के लिए गिला खाद बनाएं आप चढ़े हुए फूल को खाद की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं। फूल से गीला और सूखा दोनों ही तरह से खाद बनाया जा सकता है। चढ़े हुए फूल को एक बाल्टी में लें और उसमें पानी डालकर सड़ने के लिए छोड़ दें। 15-20 दिन फूल पानी में अच्छे से सड़ जाएंगे फिर उसे आप अपने गार्डन में लगे पेड़-पौधे के लिए खाद की तरह उपयोग कर सकते हैं। इसके अलावा आप फूल, बेलपत्र और दूर्वा को सुखाकर गोबर खाद या फिर ऑर्गेनिक कंपोस्ट के साथ मिलाकर यूज कर सकते हैं।