निर्जला एकादशी व्रत से जुड़े ये 10 नियम रखे याद
निर्जला एकादशी व्रत 21 जून सोमवार के दिन रखा जाएगा। हिन्दू पंचांग के अनुसार, निर्जला एकादशी व्रत हर साल ज्येष्ठ शुक्ल एकादशी के दिन रखा जाता है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | निर्जला एकादशी व्रत 21 जून सोमवार के दिन रखा जाएगा। हिन्दू पंचांग के अनुसार, निर्जला एकादशी व्रत हर साल ज्येष्ठ शुक्ल एकादशी के दिन रखा जाता है। इसे भीमसेन एकादशी, पांडव एकादशी और भीम एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। मान्यता के अनुसार, जो भी निर्जला एकादशी व्रत को रखता है उसे सालभर में पड़ने वाली सभी एकादशी व्रतों के समान पुण्यफल प्राप्त होता है। इस व्रत करने वालों को जगत के पालनहार भगवान विष्णु जी का आशीर्वाद प्राप्त होता है। यह व्रत एकादशी तिथि के रखा जाता है और अगले दिन यानी द्वादशी तिथि के दिन व्रत पारण विधि-विधान से किया जाता है। निर्जला एकादशी व्रत कठिन व्रतों में से एक माना जाता है। इसलिए इस व्रत से जुड़े नियमों को जान लेना अति आवश्यक होता है। आइए जानते हैं निर्जला एकादशी व्रत से जुड़े दस नियमों को....