कामिका एकादशी पूजा में पढ़ें ये आरती, भगवान विष्णु शीघ्र होंगे प्रसन्न

Update: 2023-07-13 07:36 GMT
आज यानी 13 जुलाई दिन गुरुवार को कामिका एकादशी का व्रत किया जा रहा हैं जो कि भगवान विष्णु की पूजा अर्चना को समर्पित होता हैं इस दिन भक्त भगवान​ विष्णु को प्रसन्न करने के लिए उनकी विधि विधान से पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं माना जाता हैं कि ऐसा करने से श्री हरि की कृपा भक्तों पर बरसती हैं।
 ऐसे में अगर आप भी आज के दिन व्रत पूजन कर भगवान विष्णु का आशीर्वाद पाना चाहते हैं तो एकादशी पूजा के बाद विष्णु आरती का पाठ जरूर करें, माना जाता है कि बिना आरती की कोई व्रत पूजा पूर्ण नहीं होती हैं और ना ही इसका पूर्ण फल मिलता हैं ऐसे में अगर आज आप विष्णु पूजा कर रहे हैं तो भगवान की आरती जरूर पढ़ें। ऐसा करने से श्री हरि की कृपा बरसती हैं।
 भगवान विष्णु की आरती—
ॐ जय जगदीश हरे,
स्वामी जय जगदीश हरे ।
भक्त जनों के संकट,
दास जनों के संकट,
क्षण में दूर करे ॥
॥ ॐ जय जगदीश हरे..॥
जो ध्यावे फल पावे,
दुःख बिनसे मन का,
स्वामी दुःख बिनसे मन का ।
सुख सम्पति घर आवे,
सुख सम्पति घर आवे,
कष्ट मिटे तन का ॥
॥ ॐ जय जगदीश हरे..॥
मात पिता तुम मेरे,
शरण गहूं किसकी,
स्वामी शरण गहूं मैं किसकी ।
तुम बिन और न दूजा,
तुम बिन और न दूजा,
आस करूं मैं जिसकी ॥
॥ ॐ जय जगदीश हरे..॥
तुम पूरण परमात्मा,
तुम अन्तर्यामी,
स्वामी तुम अन्तर्यामी ।
पारब्रह्म परमेश्वर,
पारब्रह्म परमेश्वर,
तुम सब के स्वामी ॥
॥ ॐ जय जगदीश हरे..॥
तुम करुणा के सागर,
तुम पालनकर्ता,
स्वामी तुम पालनकर्ता ।
मैं मूरख फलकामी,
मैं सेवक तुम स्वामी,
कृपा करो भर्ता॥
॥ ॐ जय जगदीश हरे..॥
 तुम हो एक अगोचर,
सबके प्राणपति,
स्वामी सबके प्राणपति ।
किस विधि मिलूं दयामय,
किस विधि मिलूं दयामय,
तुमको मैं कुमति ॥
॥ ॐ जय जगदीश हरे..॥
दीन-बन्धु दुःख-हर्ता,
ठाकुर तुम मेरे,
स्वामी रक्षक तुम मेरे ।
अपने हाथ उठाओ,
अपने शरण लगाओ,
द्वार पड़ा तेरे ॥
॥ ॐ जय जगदीश हरे..॥
विषय-विकार मिटाओ,
पाप हरो देवा,
स्वमी पाप(कष्ट) हरो देवा ।
श्रद्धा भक्ति बढ़ाओ,
श्रद्धा भक्ति बढ़ाओ,
सन्तन की सेवा ॥
ॐ जय जगदीश हरे,
स्वामी जय जगदीश हरे ।
भक्त जनों के संकट,
दास जनों के संकट,
क्षण में दूर करे ॥
Tags:    

Similar News

-->