सावन के तीसरे सोमवार को बन रहा दुर्लभ योग, ऐसे करें भोलेनाथ को प्रसन्न

सावन माह में पड़ने वाले सोमवार का काफी अधिक महत्व है। सावन सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा करने के साथ-साथ जलाभिषेक करने का बहुत अधिक महत्व है। अभी तक सावन के 2 सोमवार बीत गए हैं।

Update: 2022-08-01 04:39 GMT

सावन माह में पड़ने वाले सोमवार का काफी अधिक महत्व है। सावन सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा करने के साथ-साथ जलाभिषेक करने का बहुत अधिक महत्व है। अभी तक सावन के 2 सोमवार बीत गए हैं। पहला सोमवार 18 जुलाई और दूसरा 25 जुलाई को था। अब तीसरा सोमवार आज पड़ रहा है। हिंदू पंचांग के अनुसार, तीसरा सोमवार के दिन काफी संयोग बन रहे हैं। जानिए सावन के तीसरे सोमवार की तिथि के साथ पूजा विधि।

सावन के तीसरे सोमवार का शुभ मुहूर्त

चतुर्थी तिथि प्रारंभ- 1 अगस्त सुबह 04 बजकर 18 मिनट से शुरू

चतुर्थी तिथि समाप्त- 2 अगस्त सुबह 5 बजकर 13 मिनट पर

परिघ योग - 31 जुलाई शाम 07 बजकर 11 मिनट से 1 अगस्त शाम 07 बजकर 03 मिनट तक

शिव योग - 1 अगस्त शाम 07 बजकर 03 मिनट से 2 अगस्त शाम 6 बजकर 37 मिनट कर

रवि योग- 1 अगस्त को सुबह 5 बजकर 42 मिनट से शाम 4 बजकर 6 मिनट तक

सावन के तीसरे सोमवार पर बन रहा खास योग

सावन का तीसरा सोमवार 1 अगस्त 2022 को पड़ रहा है। इस दिन काफी शुभ योग है। क्योंकि इस दिन गणेश जी को समर्पित विनायक चतुर्थी का व्रत रखा जा रहा है। इसके साथ-साथ इस दिन शिव योग और रवियोग बन पड़ रहा है। ऐसे में भगवान शिव-मां पार्वती के साथ भगवान गणेश की पूजा करने का विशेष लाभ मिलेगा।

ऐसे करें भगवान शिव की पूजा

सावन सोमवार को सुबह स्नान करके एक तांबे के लोटे में अक्षत, दूध, पुष्प, बेल पत्र आदि डालें। इसके बाद शिव मंदिर जाएं और वहां शिवलिंग का अभिषेक करें। इस दौरान 'ऊं नम: शिवाय' मंत्र का जाप करें। इसके साथ ही धूप-दीप जलाने के बाद शिव चालीसा और रुद्राष्टक का पाठ करें। ऐसा करने से शिवजी जल्द प्रसन्न हो जाते हैं।


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