रामकृष्ण परमहंस जयंती:आज जन्म दिवस के अवसर पर जानते हैं उनके ये 10 अनमोल विचारों को
रामकृष्ण परमहंस जयंती आज मनाई जा रही है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। रामकृष्ण परमहंस जयंती आज मनाई जा रही है. स्वामी रामकृष्ण परमहंस मां काली (Maa Kaali) के परम भक्त थे. उनका जन्म फाल्गुन (Phalguna Month) शुक्ल द्वितीया को बंगाल के एक गरीब ब्राह्मण परिवार में हुआ था. इनके बचपन का नाम गदाधर चट्टोपाध्याय था. ये कोलकाता के दक्षिणेश्वर काली मंदिर में मां काली की साधना में लीन रहते थे. इनके बारे में कई बातें हैं, जो चमत्कारिक हैं. इसकी वजह से वे उस दौर के लोकप्रिय साधकों में से एक थे. आज उनके जन्म दिवस के अवसर पर जानते हैं स्वामी रामकृष्ण परमहंस के अनमोल विचारों (Quotes And Statements) के बारे में.
रामकृष्ण परमहंस के विचार
1. स्वामी रामकृष्ण परमहंस कहते थे कि ईश्वर का वास सबके मन में होता है, लेकिन सभी लोग ईश्वर की भक्ति में अपना मन नहीं लगाते हैं. यही कष्टों का कारण है.
2. रामकृष्ण जी का कहना था कि हम जिस रूप में भी ईश्वर की प्रार्थना करें, वह उन तक अवश्य पहुंचती है. वो छोटे से छोटे जीवों का भी ध्यान रखते हैं.
3. स्वामी रामकृष्ण की ईश्वर पर अटूट श्रद्धा थी. इस वजह से वे कहते थे कि सारे धर्म समान एक ही हैं. वे केवल ईश्वर तक पहुंचने के साधन हैं.
4. रामकृष्ण परमहंस जी मानव सेवा को ही ईश्वर की सच्ची सेवा मानते थे. वे कहते थे कि ईश्वर हर कण में मौजूद है, ईश्वर को इंसानों में देखा जा सकता है.
5. लोग अपनी अज्ञानता के कारण ईश्वर को नहीं देख पाते हैं, इसलिए वे कहते हैं कि ईश्वर तो है ही नहीं.
6. ईश्वर के कई नाम हैं और उन तक पहुंचने के कई रास्ते हैं. तुम जिस नाम से उनकी प्रार्थना करोगे, उस स्वरूप में ही वे प्राप्त हो जाएंगे.
7. जो लोग स्वयं को मुक्त मानते हैं, वे ही बंधनों से मुक्त रहते हैं. मूर्ख लोग ही कहते हैं कि वे बंधनों में बंधे हैं, फिर वे उसमें ही बंधे रहते हैं.
8. ईश्वर ही सबके गुरु हैं. वही सबको मार्ग दिखाने वाले हैं. वे ही इस सृष्टि के गुरु हैं.
9. जो व्यक्ति अच्छे गुणों के बारे में सोचता है, उस पर ध्यान देता है, तो उसमें अच्छे गुणों का विकास होता है.
10. वे कहते थे कि सबसे प्रेम करना चाहिए. कोई भी मनुष्य अलग नहीं है.