ग्रहण काल में गर्भवती महिलाएं इन बातों का रखें विशेष ध्यान

चंद्रग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को कई तरह के कार्यों की मनाही होती है। ऐसी मान्यता है कि गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान कुछ विशेष सावधानी बरतनी चाहिए

Update: 2022-05-15 07:19 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। 16 मई को साल का पहला चंद्रग्रहण लगेगा। 15 दिन के अंतराल में यह इस साल का दूसरा ग्रहण होगा। इससे पहले साल का पहला सूर्यग्रहण 30 अप्रैल को लगा था। धार्मिक दृष्टि से ग्रहण की घटना बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है। चंद्रग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को कई तरह के कार्यों की मनाही होती है। ऐसी मान्यता है कि गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान कुछ विशेष सावधानी बरतनी चाहिए-

साल का पहला चंद्रग्रहण 2022-
16 मई को लगने वाला चंद्रग्रहण एक पूर्ण ग्रहण होगा। भारतीयनुसार, यह चंद्रग्रहण 16 मई को सुबह 08 बजकर 59 मिनट से शुरू हो जाएगा, जो सुबह 10 बजकर 23 मिनट चलेगा। यह चंद्रग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा।
ग्रहण काल में गर्भवती महिलाएं रखें ये सावधानियां -
- ग्रहणकाल में प्रकृति में कई तरह की अशुद्ध और हानिकारक किरणों का प्रभाव रहता है। इसलिए कई ऐसे कार्य हैं जिन्हें ग्रहण काल के दौरान नहीं किया जाता है।
- ग्रहणकाल में अन्न, जल ग्रहण नहीं करना चाहिए।
- ग्रहणकाल में सहवास नहीं करना चाहिए।
- ग्रहणकाल में कैंसी, सूई, चाकू या धारदार चीजों का इस्तेमाल न करें।
- ग्रहणकाल में स्नान न करें। ग्रहण समाप्ति के बाद स्नान करें।
- ग्रहण को खुली आंखों से न देखें। हालांकि सूर्यग्रहण देखने से आंखों पर कोई बुरा असर नहीं होता।
- ग्रहणकाल के दौरान गुरु प्रदत्त मंत्र का जाप करते रहना चाहिए।
-सूर्यग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को खास ख्याल रखने की जरूरत होती है। मान्यता है कि ग्रहण के समय उन्हें बाहर नहीं निकलना चाहिए। मान्यता है कि इस समय की हानिकारण किरणें सेहत पर बुरा प्रभाव डालती हैं।
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