Pradosh Vrat ज्योतिष न्यूज़ : सनातन धर्म में कई सारे पर्व त्योहार मनाए जाते हैं और सभी का अपना महत्व भी होता है लेकिन प्रदोष व्रत को बहुत ही खास माना गया है जो कि हर माह में दो बार पड़ता है। यह तिथि भगवान शिव को समर्पित होती है इस दिन भक्त शिव की विधिवत पूजा करते हैं और दिनभर उपवास आदि भी रखते हैं
माना जाता है कि ऐसा करने से महादेव की कृपा बरसती है और जीवन की सारी दुख परेशानियां खत्म हो जाती हैं दिसंबर का माह का पहला प्रदोष व्रत आज यानी 13 दिसंबर दिन शुक्रवार को मनाया जा रहा है शुक्रवार को प्रदोष पड़ने के कारण इसे शुक्र प्रदोष व्रत के नाम से जाना जा रहा है तो आज हम आपको पूजा का शुभ मुहूर्त भी बता रहे हैं।
प्रदोष व्रत की तारीख और मुहूर्त—
हिंदू पंचांग के अनुसार दिसंबर माह का पहला प्रदोष व्रत मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को रखा जाएगा। मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि का आरंभ 12 दिसंबर को 10 बजकर 26 मिनट पर हो रहा है और त्रयोदशी तिथि का समापन 13 दिसंबर को शाम 7 बजकर 40 मिनट पर हो जाएगा। ऐसे में दिसंबर माह का पहला प्रदोष व्रत 13 दिसंबर को किया जाएगा।
पूजन का शुभ समय—
आपको बता दें कि 13 दिसंबर को प्रदोष व्रत के दिन प्रदोष काल शाम को 5 बजकर 26 मिनट से शाम 7 बजकर 40 मिनट तक रहेगा। इस दौरान आप भगवान शिव की पूजा अर्चना कर सकते हैं शुक्रवार के दिन पड़ने के कारण यह शुक्र प्रदोष व्रत कहलाएगा।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार प्रदोष व्रत के दिन उपवास आदि करके भगवान शिव की विधिवत पूजा अर्चना करने से जीवन का कल्याण होता है और कष्टों का अंत हो जाता है।