Pitru Paksha 2024: पितृ पक्ष हमारे पूर्वजों की आत्माओं की शांति और मोक्ष के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण समय है. पूर्वजों के संतुष्टि के लिए भोजन दान करने के बारे में खासतौर पर बताया गया है अन्नदान को शास्त्रों में महादान बताया गया है इससे आपके जीवन से पितृ दोष भी दूर होता है. आइए जानते हैं कि पितृ पक्ष के दौरान किस अन्न का दान करने से क्या लाभ मिलता है|
पितृ पक्ष में अन्नदान का महत्व
काले तिल का दान पितृ दोष को दूर करने और शांति प्रदान करने के लिए किया जाता है. यह माना जाता है कि काले तिल का दान करने से पितर प्रसन्न होते हैं और व्यक्ति को आशीर्वाद देते हैं. पितरों को
चावल को शुद्धता का प्रतीक माना जाता है. चावल का दान करने से पितरों का आशीर्वाद मिलता है और घर में सुख-शांति बनी रहती है.
गेहूं का दान करने से पितरों को संतुष्टि मिलती है और व्यक्ति को धन-धान्य की प्राप्ति होती है.
ज्वार का दान करने से पितरों को तृप्ति मिलती है और व्यक्ति को रोगों से मुक्ति मिलती है.
बाजरा का दान करने से पितरों को शांति मिलती है और व्यक्ति को मनोकामनाओं की प्राप्ति होती है.
अन्य अन्न और उनकी महत्ता
दालों का दान करने से पितरों को भोजन मिलता है और व्यक्ति को आरोग्य प्राप्त होता है. फल का दान करने से पितरों को प्रसन्नता मिलती है और व्यक्ति को सुख-शांति मिलती है. मिठाई का दान करने से पितरों को प्रसन्न होते हैं और व्यक्ति के जीवन में मिठास आती है|
पितृ पक्ष के दौरान दान करने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है और यह माना जाता है कि इससे व्यक्ति को सुख-समृद्धि और मोक्ष प्राप्त होता है. अन्न का दान करना एक पवित्र कार्य है, ऐसा माना जाता है कि इससे पितरों का आशीर्वाद मिलता है और व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि आती है. इसलिए, पितृ पक्ष के दौरान दान अवश्य करना चाहिए|