शुक्र प्रदोष व्रत पर इस विशेष मुहूर्त में करें शिव पूजा

Update: 2024-03-22 10:25 GMT
ज्योतिष न्यूज़  : हिंदू धर्म में कई सारे पर्व मनाए जाते हैं और सभी का अपना महत्व भी होता है लेकिन प्रदोष व्रत को बेहद ही खास माना जाता है जो कि हर माह में दो बार आता है अभी फाल्गुन मास चल रहा है और इस माह का दूसरा प्रदोष व्रत आज यानी 22 मार्च दिन शुक्रवार को किया जा रहा है शुक्रवार के दिन प्रदोष व्रत पड़ने के कारण ही इसे शुक्र प्रदोष व्रत के नाम से जाना जाता है।
 हिंदू पंचांग के अनुसार हर माह के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर प्रदोष व्रत किया जाता है जो कि भगवान शिव की साधना आराधना को समर्पित होता है। इस दिन भक्त पूरे विधि विधान के साथ भगवान शिव की पूजा करते हैं और दिनभर उपवास रखते हैं माना जाता है कि इस दिन शिव पार्वती की पूजा करने से पुण्य की प्राप्ति होती है और कष्ट दूर हो जाते हैं। ऐसे में आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा प्रदोष व्रत पर शिव पूजन का श्रेष्ठ मुहूर्त बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
 प्रदोष व्रत पूजा का मुहूर्त—
इस बार फाल्गुन शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि का आरंभ 22 मार्च को प्रात: 4 बजकर 44 मिनट पर हो चुका है वही त्रयोदशी तिथि का समापन 23 मार्च को सुबह 7 बजकर 17 मिनट पर हो रहा है ऐसे में फाल्गुन माह का दूसरा प्रदोष व्रत 22 मार्च दिन शुक्रवार को किया जा रहा है
जो कि शुक्र प्रदोष व्रत के नाम से जाना जा रहा है इस दौरान भगवान शिव की पूजा का शुा मुहूर्त आज शाम 6 बजकर 34 मिनट से 8 बजकर 55 मिनट तक मिल रहा है इस मुहूर्त में शिव पूजा करना उत्तम माना जाता है मान्यता है कि आज के दिन शिव पार्वती की पूजा करने से सुखी वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद मिलता है और कष्टों से छुटकारा मिलता है।
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