ज्योतिष न्यूज़ : पंचांग के अनुसार हर साल चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से हिंदू नव वर्ष का आरंभ हो जाता है वही महाराष्ट्र में मुख्य रूप से हिंदू नववर्ष जिसे नव सवंत्सर के नाम से भी जाना जाता है इसे गुड़ी पड़वा के तौर पर बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है। वही गुड़ी पड़ा को भारत के दक्षिणी राज्यों में उगादी के नाम से जानते हैं।
चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि यानी गुड़ी पड़वा के मौके पर लोग अपने घरों में विजय पताका के तौर पर गुड़ी को सजाते है और उत्साह के साथ इस पर्व को मनाते है। माना जाता है कि गुड़ी पड़वा पर्व को मानने से घर में सुख समृद्धि आती है और नकारात्मकता दूर हो जाती है इस साल गुड़ी पड़ता 9 अप्रैल दिन मंगलवार यानी की आज मनाई जा रही है तो आज हम आपको मुहूर्त और विधि के बारे में जानकारी प्रदान कर रहे हैं तो आइए जानते हैं।
गुड़ी पड़वा की तारीख—
पंचांग के अनुसार प्रतिपदा तिथि का आरंभ 8 अप्रैल को रात 11 बजकर 50 मिनट पर हो चुका है और इस तिथि का समापन 9 अप्रैल को रात 8 बजकर 30 मिनट पर हो जाएगा। ऐसे में यह पर्व आज यानी 9 अप्रैल दिन मंगलवार को मनाया जाएगा।
गुड़ी पड़वा पूजन विधि—
इस दिन सुबह उठकर स्नान आदि करें इसके बाद विजय के प्रतीक रूप में घर में सुंदर सुंदर गुड़ी लगाकर उसका पूजन करें। मान्यता है कि ऐसा करने से घर की नकारात्मकता दूर हो जाती है और परिवार में सुख शांति व समृद्धि बनी रहती है आपको बता दें कि गुड़ी पड़वा का पर्व खास तौर पर कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश में मनाया जाता है गुड़ी पड़वा का दिन सेहत के नजरिएं से खास माना जाता है इस दिन घरों में लोग विशेष तरह के पकवान बनाते हैं इस दिन श्री खंड, पूरनपोली, खीद आदि बनाई जाती है इसके अलावा लोग अपने घर के प्रवेश द्वार पर रंगोली बनाते हैं।