Paush Pradosh Vrat 2024: पौष मास का पहला प्रदोष व्रत कब है ध्यान दें सही तिथि और महत्व

Update: 2024-12-19 01:18 GMT
Paush Pradosh Vrat 2024: धार्मिक मान्यता है कि प्रदोष व्रत करने से भक्तों के सभी कष्ट दूर होते हैं और भगवान भोलेनाथ और मां पार्वती की कृपा प्राप्त होती है. पौष माह शुरू हो गया है, ऐसे में अगर आप पौष माह में प्रदोष व्रत रखना चाहते हैं, तो यहां जानिए पौष माह के पहले प्रदोष व्रत की तारीख, पूजा का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में|
पौष माह का पहला प्रदोष व्रत कब है? (Paush pradosh vrat 2024)
पंचांग के अनुसार, पौष माह का पहला प्रदोष व्रत पौष माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर रखा जाएगा. पौष माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 28 दिसंबर को सुबह 2:26 पर होगी और इस तिथि का समापन 29 दिसंबर 2024 सुबह 3:32 पर होगा. ऐसे में उदया तिथि के अनुसार 28 दिसंबर के दिन ही पौष माह का पहला प्रदोष व्रत रखा जाएगा. यह व्रत शनिवार के दिन पड़ रहा है, इसलिए इसे शनि प्रदोष व्रत कहा जाएगा. शनि प्रदोष व्रत के दिन भगवान भोलेनाथ के साथ शनिदेव की पूजा करने का विशेष महत्व होता है|
शनि प्रदोष व्रत पूजा समय (Shani prados vrat puja muhurat)
शनि प्रदोष व्रत के दिन अगर आप शिवजी की पूजा करना चाहते हैं, तो प्रदोष काल में शाम के समय पूजा करने का विशेष महत्व होता है. आप 28 दिसंबर को शाम 5:21 से लेकर रात 8:06 तक भोलेनाथ और शनि देव की पूजा-अर्चना कर सकते हैं. इस दौरान पूजा करने से शिवजी की कृपा प्राप्त होती है|
शनि प्रदोष व्रत पूजा विधि (Shani pradosh vrat puja vidhi)
प्रदोष व्रत के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद साफ कपड़े पहनने चाहिए.
इस दिन सुबह के समय शिव परिवार की पूजा करें और शिवलिंग पर जलाभिषेक करें.
फिर शाम के समय दोबारा स्नान करके भगवान शिव को बेलपत्र, आक के फूल और धतूरा अर्पित करें.
इसके बाद धूप-दीप जलाएं और मिठाई का भोग लगाएं.
आखिर में भगवान शिव की आरती करें और मनोकामना बोलें|
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