Paush Darsh Amavasya 2024: दर्श अमावस्या के दिन करें ये उपाय, मिलेगा पितरों का आशीर्वाद

Update: 2024-12-17 04:35 GMT
Paush Darsh Amavasya 2024: दर्श अमावस्या हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण दिन है, जब पितरों का श्राद्ध किया जाता है. इस दिन खान-पान से जुड़े कुछ खास उपाय बताए जाते हैं, जिनके करने से पूर्वजों का आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन में आने वाली परेशानियों से छुटकारा मिलता है. इस दिन पितरों को जल, तिल, कुशा और भोजन अर्पित किया जाता है. ऐसा करने से पितर प्रसन्न होते हैं और अपने वंश पर आशीर्वाद बरसाते हैं. पितृ ऋण से मुक्ति पाने के लिए दर्श अमावस्या का विशेष महत्व है. दर्श अमावस्या के बाद नए कार्यों की शुरुआत करना शुभ माना जाता है|
पंचांग के अनुसार, पौष माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि 30 दिसंबर को सुबह 04 बजकर 01 मिनट पर शुरू होगी और 31 दिसंबर को सुबह 03 बजकर 56 मिनट पर समाप्त होगा. उदयातिथि को देखते हुए 30 दिसंबर को दर्श अमावस्या मनाई जाएगी|
दर्श अमावस्या के दिन क्या करें?
श्राद्ध कर्म: ब्राह्मणों को भोजन करवाकर और दान दक्षिणा देकर श्राद्ध कर्म किया जाता है.
पितरों को जल अर्पित करें: पितरों को जल अर्पित करने से उनकी प्यास बुझती है.
तिल का दान: तिल को पितरों का प्रिय भोजन माना जाता है. इसलिए, तिल का दान करना शुभ होता है.
गंगा स्नान: यदि संभव हो तो गंगा नदी में स्नान करें.
शिवलिंग पर जल चढ़ाएं: शिवलिंग पर जल चढ़ाकर पितरों का आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है.
मंत्र जाप: पितरों के नाम का जाप करें.
दर्श अमावस्या पर दान
दर्श अमावस्या के दिन दान करना बहुत शुभ होता है. आप गरीबों को भोजन, कपड़े या धन दान कर सकते हैं. इस दिन पितरों के नाम का जाप करना चाहिए. यदि आपके परिवार में श्राद्ध करने की परंपरा है, तो आप श्राद्ध कर्म करवा सकते हैं|
दर्श अमावस्या के दिन करें ये उपाय
दर्श अमावस्या के दिन लोगों को सात्विक भोजन करना चाहिए, जैसे कि दाल, चावल, रोटी, सब्जियां, फल और दूध.
तिल को पितरों का प्रिय भोजन माना जाता है. इसलिए, इस दिन तिल के लड्डू या तिल का हलवा बनाकर ग्रहण करना शुभ होता है.
काले चने को भी पितरों को अर्पित किया जाता है. आप काले चने की दाल या काले चने की सब्जी बनाकर खा सकते हैं.
शहद को भी पितरों का प्रिय भोजन माना जाता है. आप शहद को दूध में मिलाकर पी सकते हैं या दही में मिलाकर खा सकते हैं.
मिठाई को भी पितरों को अर्पित किया जाता है. आप मोतीचूर के लड्डू, गुलाब जामुन या अन्य कोई मिठाई बनाकर खा सकते हैं.
लहसुन और प्याज को तामसिक भोजन माना जाता है. इसलिए, इस दिन इनका सेवन नहीं करना चाहिए. साथ ही अंडे का सेवन भी इस दिन वर्जित है.
शराब का सेवन किसी भी दिन वर्जित है, लेकिन दर्श अमावस्या के दिन विशेष रूप से बचना चाहिए|
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