पल्मिस्ट्री palmistry: हाथों की लकीरें जिस तरह से जातकों को धनवान बनाती हैं ठीक उसी तरह ये जातकों को निर्धन भी बना देती है। हालांकि समय रहते ही अगर इन स्थितियों को समझकर इनका निवारण कर लिया जाए तो धन हानि और आर्थिक तंगी से बचा जा सकता है। अगर आप भी ऐसी ही किसी परेशानी से दो-चार हो रहे हैं तो इस आर्टिकल में astroseller ऐंड वास्तु एक्सपर्ट सचिन मेहरा से धन हानि कराने वाली रेखाओं की स्थिति और उनके निवारण के बारे में जानिए…
जब ऐसी हो रेखाएं तो झट से करें ये उपाय
हस्तरेखाशास्त्र के अनुसार, अगर किसी जातक की भाग्य रेखा हृदय रेखा पर रुके या फिर हथेलियां सख्त हों तो ऐसे जातकों को धन संबंधी परेशानियां घेरे ही रहती हैं। कहते हैं कि ये जातक चाहे जितनी मेहनत कर लें इन्हें हर तरफ से निराशा ही हाथ लगती है। अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा हो तो धन हानि से राहत पाने के लिए कार्यक्षेत्र में सियार सिंगी यंत्र की स्थापना कर लें। इसके बाद स्वर्ण भस्म से स्नान कर लें। ध्यान रखें, ये उपाय करने से पहले किसी हस्तरेखा विशेषज्ञ को अपनी हथेली जरूर दिखा दें।
ऐसी स्थिति में होती है धन हानि, करें ये उपाय
हस्तरेखाशास्त्र के अनुसार, अगर किसी जातक की भाग्य रेखा धुंधली हो या फिर शनि-बुध और गुरु दबा हो तो ऐसे जातकों को धन संबंधी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा अगर ये कोई नया व्यापार शुरू करते हैं तो उसमें भी आए दिन धन हानि होती ही रहती है। इससे राहत पाने के लिए बगुलामुखी और लक्ष्मी माता की पूजा करें। मान्यता है कि यह उपाय करने से धीरे-धीरे जातकों को धन संबंधी Troubles से राहत मिलने लगती है।
भाग्य रेखा ऐसी हो तो कर लें यह उपाय
अगर किसी जातक की भाग्य रेखा आदि से अंत तक मोटी हो या जीवन रेखा के पास हो, तो ऐसे जातकों को जीवनभर धन संबंधी दिक्कतें झेलनी पड़ती हैं। अगर आपकी हथेली में भी भाग्य रेखा की यही स्थिति हो तो जातकों को यहां बताया गया उपाय जरूर कर लेना चाहिए। हस्तरेखा विशेषज्ञों के अनुसार ऐसी स्थिति में जातकों को नवग्रह पूजन और गृह शुद्धि करनी चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से धीरे-धीरे धन संबंधी दिक्कतों से राहत मिलने लगती है।
इसके दान से दूर होती हैं धन संबंधी दिक्कतें
Palmistry के अनुसार, अगर किसी जातक की जीवन रेखा बिल्कुल सीधी हो या भाग्य रेखा मस्तिष्क रेखा पर रुक जाती हो, तो ऐसे जातकों को अमूमन ही धन संबंधी परेशानी झेलनी पड़ती है। यही नहीं, कई बार तो इन जातकों को जीवनयापन के लिए भी दूसरों पर आश्रित रहना पड़ता है। इससे राहत पाने के लिए जातकों को शनिदेव और माता लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए। इसके अलावा सूर्यदेव और शनिदेव से संबंधित वस्तुओं का यथाशक्ति दान करना चाहिए।