Mangala Gauri vrat ज्योतिष न्यूज़ : हिंदू धर्म में सावन महीने को खास माना गया है जो कि शिव साधना का महीना होता है इस माह पड़ने वाले सोमवार को शिव पूजा के लिए उत्तम माना गया है मान्यता है कि सावन सोमवार के दिन शिव भक्ति करने से भक्तों को पूर्ण फल की प्राप्ति होती है ठीक इसी तरह सावन का मंगलवार माता पार्वती की पूजा के लिए उत्तम दिन माना गया है
इस दिन महिलाएं व कुंवारी कन्याएं मंगला गौरी का व्रत करती है माना जाता है कि इस दिन पूजा पाठ और व्रत करने से सुखी वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद मिलता है साथ ही शीघ्र विवाह के योग बनते हैं आज यानी 30 जुलाई को सावन का दूसरा मंगला गौरी व्रत रखा जा रहा है इस दिन पूजा पाठ करना लाभकारी होता है ऐसे में आज हम आपको मंगला गौरी व्रत पूजा की संपूर्ण विधि बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
मंगला गौरी व्रत पूजा विधि—
आपको बता दें कि आज के दिन सुबह उठकर स्नान आदि करें इसके बाद साफ वस्त्रों को धारण करें और व्रत का संकल्प करें अब पूजा घर की अच्छी तरह साफ सफाई करके मां गौरी की पूजा करने के लिए महिलाएं लाल रंग के वस्त्र धारण करें इसके बाद एक चौकी पर माता गौरी की प्रतिमा स्थापित करें उसके बाद मां गौरी का ध्यान कर माता को आभूषण पहनाएं और श्रृंगार करें।
माता गौरी के सामने घी का एक दीपक जलाएं उसके बाद देवी के मंत्रों का जाप करें और कथा का पाठ करें। अब माता के समक्ष खीर, मौसमी फलों का भोग लगाएं अंत में मां गौरी की आरती कर अपनी पूजा को संपन्न करें इसके बाद भूल चूक के लिए क्षमा जरूर मांग लें। माना जाता है कि इस विधि से पूजा पाठ करने से देवी मां की शीघ्र कृपा बरसती है।